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सांभरझील (जयपुर)। सांभर नगर में अनेक जगहों पर खुले कचरा डिपो ने पर्यटन नगरी की सुंदरता को धूमिल कर रखा है। इस दिशा में पालिका प्रशासन की ओर से नियमित साफ-सफाई एवं खुला कचरा डिपो को हटवाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इस प्रकार का नजारा कटला बाजार स्थित राजकीय बालिका स्कूल, राजकीय युनानी औषधालय के पीछे, सब्जी मंडी के नजदीक पुरानी चारा मंडी, रामलीला रंगमंच के नजदीक व बस स्टैंड के पास प्रतिदिन देखा जा सकता है।
पालिका प्रशासन के पास पर्याप्त स्टाफ होने के बावजूद नियमित साफ-सफाई का अभाव होना प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करता है। उक्त स्थानों पर कई वर्षों से इन खुले कचरा डिपो को हटवाने के लिए अनेक दफा पालिका प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करवाया गया था। अनेक लोगों से बात की गई तो बताया कि उनकी समझ में यह नहीं आ रहा है कि इन खुले कचरा डिपो को इन महत्वपूर्ण जगहों पर क्यों बनाया गया है। इससे आसपास का वातावरण तो दूषित होता ही है तथा पर्यटन नगरी की सुंदरता पर भी दाग लग रहा है।
यह बात भी सामने आई है कि लोगों की ओर से भी खुले में कचरा फेंकने की आदत अभी तक बंद नहीं हुई है जिसकी वजह से यहां कचरे का ढेल लग जाता है, वही पालिका प्रशासन की ओर से भी नियमों के तहत कानूनी कार्रवाई नहीं करने के कारण यह अब आम बात हो गई है। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी मनीषा यादव को उनके व्हाट्सएप पर फोटो भेजकर वक्तव्य मांगा गया था लेकिन उनकी ओर से कोई टिप्पणी नहीं दी गई है।
इनका कहना है
नियमित साफ-सफाई के लिए पालिका प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। सहायक अभियंता के मार्फत इन जगहों का सर्वे करवा कर इसका उचित समाधान कराया जाना चाहिए ताकि आसपास के दुकानदारों और राहगीरों को राहत मिल सके : राजेंद्र अग्रवाल,अध्यक्ष व्यापार महासंघ, सांभर
मैंने खुद ने ईओ मैडम को कई बार खुले कचरा डिपो हटवाने का अनुरोध किया था। पालिका प्रशासन केवल बातों का भुगतान कर रही है कार्य के प्रति लापरवाही आज भी बनी हुई है : नवलकिशोर सोनी, वाइस चेयरमैन, सांभर
सांभर की सफाई व्यवस्था बहुत खराब है। कई दफा इसके लिए ध्यान दिलवाया जा चुका है लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात बनी हुई है : अनिल कुमार गट्टानी, नेता प्रतिपक्ष, सांभर