मांगे नहीं मानने पर 25 अप्रेल को जयपुर में महापड़ाव की चेतावनी
जयपुर/मनोहरपुर बिजली विभाग के सभी कर्मचारी संगठनों का संयुक्त संगठन राजस्थान विद्युत संयुक्त कर्मचारी एकता मंच जिला जयपुर द्वारा आज दिनांक 28.02.2022 को कर्मचारियों व अधिकारियों की 13 मांगों को लेकर मुख्य अभियंता (जयपुर जोन), अधीक्षण अभियंता (जयपुर शहर वृत), अधीक्षण अभियंता (जयपुर जिला वृत) और जिला कलेक्टर जयपुर को ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन किया गया। साथ ही 25 अप्रेल तक मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में जयपुर में महापड़ाव डालने की चेतावनी दी।
राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपीचंद कस्बा, प्रदेश संगठन मंत्री करण सिंह गुर्जर, प्रदेश प्रचार मंत्री कैलाश चन्द सैनी, जिला अध्यक्ष संजय मिश्रा, संग्राम सिंह, इंटक से प्रदेश अध्यक्ष बजरंग लाल मीणा, रामवतार स्वामी, डी.डी.शर्मा, सुभाष बिजानिया, राजस्थान इलेक्ट्रिसिटी एंप्लाइज फेडरेशन इंटक के मोहम्मद यूसुफ कुरैशी, सीटू के किशोर सिंह, एटक से प्रदेश सचिव पवन डुडी, जयपुर जिला अध्यक्ष संजय मीणा सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
यह हैं 13 सूत्री मांगेः
ज्ञापन में 13 सूत्री मांगों में पांचों विद्युत निगमों में इंटर डिस्काॅम स्थानान्तरण नीति बनाने, कनिष्ठ अभियंताओं को नियुक्ति तिथि से ग्रेड पे 4800 देने, कनिष्ठ अभियंताओं को पूर्व की भांति 10 वार्षिक वेतन वृद्धि देने, तकनीकी कर्मचारियों को नियुक्ति तिथी से वित्तीय लाभ प्रदान करने, विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को हार्ड ड्यूटी एलाउंस 5 हजार रूपए देने, विद्युत बिल फ्री करने या अन्य प्रदेशों की तरह 500 यूनिट विद्युत फ्री देने की मांग की।
इसी क्रम में अधिमानता के आधार पर नियुक्त वंचित कर्मचारियों को कनिष्ठ लिपि बनाने, वरिष्ठ अभियांत्रिकी पर्यवेक्षक के पद सृजित करने, सहायक सचिव के पदों में वृद्धि कर एपीएस की पदोन्नति करने, हेल्पर द्वितीय को नियुक्ति तिथी से ग्रेड पे 2000 एवं तीसरी अनिवार्य वेतन वृद्धि 3600 देने, तकनीकी कर्मचारियों के पदनाम जूनियर टेक्नीशियन, टेक्नीशिन व सीनियर टेक्नीशियन करने, विद्युत निगमों में फ्रेंचाईजी, एमबीसी एवं अन्य ठेके पर दिये जाने वाले कार्यो पर रोक लगाने, कोरोना काल में निगम ड्यूटी करते हुए मृत्यु होने पर पूर्व में लागू 50 लाख रूपए देने के आदेश को अमल में लाने, अधिकारियों व कर्मचारियों को शहीद का दर्जा देने, नए केडर ले चुके डिप्लोमा धारक तकनीकी कर्मचारियों को पुराने केडर में होने वाले प्रमोशन में 20 प्रतिशत डिप्लोमा धारक के कोटे में शामिल करने एवं कनिष्ठ अभियंता द्वितीय का पद सृजित करते हुए डिप्लोमा धारक तकनीकी कर्मचारियों को पूर्व की भांति कनिष्ठ अभियंता द्वितीय बनाने एवं विद्युत निगमों में अप्रेल 2004 से नियुक्त कर्मचारियों व पुर्व में वंचित पुराने कर्मचारियों पर पुरानी पेंशन लागू करने की मांग की।