जयपुर। घरेलू क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी लेग स्पिन से दिग्गजों को मुरीद बना चुके रवि बिश्नोई ने अब टीम इंडिया के लिए भी डेब्यू कर लिया है। उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले मुकाबले के लिए प्लेइंग-11 में चुना गया है। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में सीनियर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने रवि को डेब्यू कैप सौंपी। वे टी20 इंटरनेशनल खेलने वाले 95वें भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। बिश्नोई की इस उपलब्धि पर पाकिस्तान के क्रिकेटर ने जय श्रीराम बोलकर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
इसके लिए तमाम क्रिकेट प्रेमियों ने देश के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच कू ऐप के माध्यम से बिश्नोई को शुभकामनाएँ दी हैं:
प्रसार भारती न्यूज़ सर्विसेज ने कू करते हुए जानकारी दी:
रवि बिश्नोई ईडन गार्डन्स में पहले #INDvWI मैच में भारत के लिए अपना T20 डेब्यू कर रहे हैं।
एथलीट तथा क्रिकेट प्रेमी रौशन राज राजपूत सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर अपनी पोस्ट में कहते हैं:
टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले रवि बिश्नोई को बधाई।
क्रिकेट कमेंटेटर तथा पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर रीमा मल्होत्रा ने कू ऐप पर लिखा:
बिश्नोई के लिए पहला विकेट हमेशा खास होता है और यह युवा किस खुशी का अनुभव कर रहा होगा!! क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने स्वदेशी सोशल मीडिया कू ऐप के माध्यम से कहा:
रवि बिश्नोई ने अपने पदार्पण पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया। रोहित-सूर्य बल्ले से चमके। #CricketChaupaal
पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कानेरिया ने भी कू करते हुए लिखा है:
जय श्री राम, रवि बिश्नोई के लिए ड्रीम डेब्यू, स्काई ने फिर साबित की भारत की लीड सीरीज 1-0
टीम इंडिया के लिए टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू करते हुए लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने डबल धमाका कर दिया। उन्होंने अपने पहले ही मैच में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए पूर्व भारतीय गेंदबाज जहीर खान और अजीत अगारकर के क्लब में जगह बना ली है।
दरअसल, रवि बिश्नोई को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टी20 की सीरीज के पहले ही मैच में डेब्यू का मौका मिला। मैच में रवि बिश्नोई ने 4 ओवर में 17 रन देकर दो विकेट झटके। इस तरह वह डेब्यू टी20 में दो विकेट लेने वाले छठे भारतीय बन गए हैं। इस क्लब में जहीर खान, अजीत अगारकर, हार्दिक पंड्या, हर्षल पटेल और आर विनय कुमार पहले से शामिल हैं।
21 वर्षीय बिश्नोई ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए जमकर संघर्ष भी किया है। उनके लिए गांव से टीम इंडिया तक का सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने अपने क्रिकेट की शुरुआत खेतों में बॉलिंग की प्रैक्टिस से की थी। बचपन में रवि बिश्नोई खेतों की उबड़खाबड़ जमीन पर ही प्रैक्टिस करने लगे थे।
संघर्ष की दास्तान
रवि बिश्नोई का जन्म 5 सितंबर 2000 को जोधपुर के बिरामी गाँव में हुआ था। कुछ समय बाद ही रवि का परिवार जोधपुर में बस गया था। उनकी माँ की मानें, तो गाँव में रहते हुए भी रवि ने हार नहीं मानी। वे खेतों में ही गेंदबाजी करते थे। जोधपुर आने के बाद उनको उम्मीद जगी और रवि को जोधपुर में क्रिकेट एकेडमी से जुड़ने का मौका मिल गया, फिर रवि ने यहाँ से ट्रेनिंग ली।
रवि बिश्नोई के करियर में एक ऐसा मोड़ भी आया, जब उनका अंडर-16 टीम में सेलेक्शन नहीं हुआ। तब उनके पिता काफी नाराज हुए और उन्होंने रवि से क्रिकेट छोड़ने की बात कह दी थी। लेकिन रवि के कोच प्रद्योत सिंह ने पूरा मोर्चा संभाल लिया।
रवि बिश्नोई लेग स्पिन गेंदबाजी से अंडर-19 विश्व कप के दौरान अपनी छाप छोड़ी। उस वक्त लगने लगा था कि रवि आगे चलकर क्रिकेट में बड़ा मुकाम हासिल करेंगे। रवि को 2020 में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने अपनी टीम में शामिल किया। यहीं से रवि का करियर ग्राफ लगातार ऊपर की ओर चढ़ता गया।
काबिलीयत ने पहुँचाया इस मुकाम तक
कभी हार न मानने की ललक ही रवि बिश्नोई को आज इस मुकाम तक लेकर आई है। पिछले 2 सीजन में केएल राहुल की कप्तानी में पंजाब किंग्स के लिए खेलने वाले रवि बिश्नोई ने IPL में अब तक 23 मुकाबलों में 6.96 की इकोनॉमी के साथ 24 विकेट झटके हैं। बिश्नोई अब केएल राहुल की कप्तानी में ही लखनऊ के लिए खेलते नजर आएँगे। लखनऊ ने रवि बिश्नोई को 4 करोड़ रुपये में अपने पाले में किया है।
रवि घरेलू क्रिकेट में अपने राज्य राजस्थान के लिए खेलते हैं। लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने राजस्थान के लिए 17 लिस्ट-ए मुकाबले 24 विकेट झटके हैं। साथ ही कुल 42 टी-20 मुकाबलों में 49 विकेट हासिल किए हैं। बिश्नोई एक बार फिर से केएल राहुल की कप्तानी में खेलते हुए नजर आएँगे। राहुल को बिश्नोई की गेंदबाजी पर काफी भरोसा है। रवि ने खुद कई बार राहुल के विश्वास को सही साबित भी किया है।