भीलवाड़ा। जैन श्वेताम्बर स्थानकवासी मुनि डॉ. पुष्पेन्द्र ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मांग की है कि संसद में सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा जैन समाज की भावनाओं को आहत करने वाले बयान पर सदन में जैन समाज से माफी माँगें व उक्त बयान को रिकॉर्ड से हटाया जाए।
डॉ. पुष्पेन्द्र ने लिखा कि विश्व में जैन समाज को शाकाहारी समाज के रूप में जाना - पहचाना जाता है। पर इस तरह की अभद्र व गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी संसदीय आचरण को खंडित करने वाली है। बेहतर होता कि सदन के पटल पर अपमानजनक टिप्पणी देने के पहले उन्हें भारतीय संस्कृति, खासतौर पर जैन समाज के भोजन संस्कारों पर कुछ अध्ययन कर लेना चाहिए था, यह सर्वविदित है कि संपूर्ण विश्व में जैन समाज एक शाकाहारी समाज के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि शाकाहारी होना जैनियों की पहचान और गौरव है, जैन युवाओं के लिए मांस सेवन की घटिया बात करके सांसद महुआ मोइत्रा ने जैनियों की नैतिकता पर हमला किया है। श्रमण डॉ. पुष्पेन्द्र ने कहा कि जैन समाज अहिंसक,शांतिप्रिय, समाज व राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ा व महत्वपूर्ण योगदान देने वाला समाज है। देश पर जब कोई संकट आया जैन समाज ने अग्रणी भूमिका निभाई। जैन समाज कि पॉलिटिकल लिंचिंग कदा भी स्वीकृत नहीं है। उल्लेखनीय है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में जैन समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी की जिसके कारण जैन समाज में काफी रोष है।