जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। राजस्थान स्वास्थ्य सहायक एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव मोहन लाल शर्मा ने बताया कि जिस तरह विभिन्न विभाग में संविदा पर कार्यरत संविदा कर्मियों को राज्य सरकार केडर बनाकर नियमित कर रही है उसी प्रकार पिछले 1 साल से संविदा पर कार्यरत संविदा कोविड स्वास्थ्य सहायक जो की लगातार कोरोना, डेंगू, मलेरिया, वैक्सीनेशन के अंदर लगातार अपनी सेवाएं देते आए हैं। आज राजस्थान वैक्सीनेशन में अव्वल इन्हीं कोविड स्वास्थ्य सहायकों की वजह से है अतः इन संविदा कॉविड स्वास्थ्य सहायको को भी कैडर में शामिल करके नियमित किया जाए, और समान कार्य समान वेतन सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार न्यूनतम 20000 वेतन किया जाए। इस मांग को लेकर पिछले 6 महीने के अंतराल के अंदर राजस्थान के प्रत्येक एमएलए, मंत्री, सांसद, मुख्यमंत्री इन सभी को ज्ञापन के माध्यम से मांगों के बारे में अवगत करवाया गया परंतु सरकार द्वारा अभी तक इन मांगों को संज्ञान में नहीं लिया गया। इन मांगों को संज्ञान में लाने के लिए सरकार को अपनी मांगों के बारे में अवगत करवाने के लिए पूरे प्रदेश भर में राजस्थान स्वास्थ्य सहायक एसोसिएशन द्वारा सोमवार को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया।
एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव मोहन लाल शर्मा ने बताया कि 10 जनवरी 2022 से कोविड स्वास्थ्य सहायकों के आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है अगर सरकार जल्द से जल्द इन मांगों को संज्ञान में नहीं लेती तो आने वाले समय में समस्त प्रदेश में कार्यरत 28000 कॉविड स्वास्थ्य सहायक कार्य बहिष्कार करके विधानसभा घेराव करेंगे जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। हाल ही में मुख्यमंत्री कोरोना पॉजिटिव है जिसको लेकर प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य सहायक उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं।