ज़ी सिनेमा पर फिल्म ‘थलाइवी’ में जानी-मानी शख्सियत जयललिता

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मुंबई। एक असरदार अभिनेत्री, एक दमदार राजनेता और 6 बार मुख्यमंत्री बनने की रिकॉर्ड होल्डर…  एक ऐसी महिला जिनका एक उद्देश्य था – जयललिता, जिन्हें प्यार से अम्मा के नाम से जाना जाता है। वे दुनिया भर के लोगों के लिए एक प्रेरणा थीं। वे भारतीय राजनीति की एक प्रतिष्ठित शख्सियत और एक प्रभावशाली महिला थीं, जो अपने लोगों के लिए लगातार लड़ती रहीं। उनकी कहानी का हर पहलू बेहद खास है, जिसमें अपार प्रेरणा है। उनकी कहानी वाकई बताए जाने की हकदार है। हर दौर की सबसे महान कहानियों में से एक ‘थलाइवी’ को निजी तौर पर टैलेंटेड कंगना राणावत ने साकार किया और गिफ्टेड डायरेक्टर ए. एल. विजय ने इसकी संकल्पना रची है। अब ज़ी सिनेमा 25 दिसंबर को रात 8 बजे फिल्म ‘थलाइवी’ का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर दिखाने जा रहा है।

यह फिल्म बड़ी खूबसूरती से जयललिता की आत्म-सम्मान की लड़ाई दर्शाती है, जहां हर कदम पर उनकी परीक्षा ली गई और उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन फिर भी उन्होंने गर्व से अपना सिर ऊंचा रखकर ऐसे बदलाव लाए, जो इतिहास में कोई भी ना ला सका। कंगना ने जयललिता का प्रभावशाली किरदार निभाया है, जो हर बार खाक से उभरकर सामने आती रहीं। इस फिल्म में अरविंद स्वामी और भाग्यश्री ने भी प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं।

इस फिल्म के बारे में बात करते हुए कंगना राणावत ने कहा, थलाइवी मेरे लिए निश्चित तौर पर जिंदगी बदल देने वाला अनुभव थी, क्योंकि इसमें सीखने के लिए बहुत कुछ था। जया अम्मा के जैसा दमदार और प्रेरणादायक व्यक्तित्व निभाना मेरे लिए एक शानदार अनुभव था। जया अम्मा की अनेक खासियतों में से एक खासियत ये भी थी कि वो एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम डांसर और मेनस्ट्रीम सिनेमा की बेहतरीन अदाकारा थीं। उनकी फिज़ीक मुझसे बहुत अलग थी। ये कहानी तब से शुरू होती है, जब वो 16 साल की थीं और फिर वो 42 साल की उम्र तक पहुंचीं। इसलिए मुझे इस किरदार में हर तरह से विश्वसनीय नजर आना था। अपनी बॉडी को उनकी तरह बदलने के लिए मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ी। दरअसल, हमारे डायरेक्टर विजय सर ने मुझमें यह विश्वास जगाया कि मैं यह कर सकती हूं और अब जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं, तो अपने करियर के इस बेहद महत्वपूर्ण रोल को निभाकर मैं बहुत कृतज्ञ महसूस करती हूं।

अपने अनुभव को लेकर भाग्यश्री बताती हैं, मुझे लगता है कि किसी किरदार को पूरी विश्वसनीयता के साथ इस तरह निभाना एक एक्टर के करियर की सबसे मुश्किल चीज़ होती है, कि दर्शकों को वो एक्टर और वो व्यक्ति नजर आ सके, जिसे वे निभा रहे हैं। और कंगना को इतनी खूबसूरती से इस रोल में देखना वाकई खुशनुमा एहसास है। मैं बेहद खुश हूं कि मुझे इतने सालों बाद पर्दे पर वापसी करने के लिए ‘थलाइवी’ जैसे प्रोजेक्ट के लिए चुना गया, क्योंकि यह वाकई एक संतोषजनक अनुभव था। विजय सर, कंगना और अरविंद के साथ काम करके बहुत अच्छा लगा। ये सभी बेहद टैलेंटेड हैं और थलाइवी के सेट पर एक दूसरे से सीखने के लिए हमारे पास बहुत कुछ था।

फिल्म ‘थलाइवी’ बड़े प्रभावशाली तरीके से जयललिता के हौसले की दास्तान बयां करती है, जिसमें एक सफल अभिनेत्री होने से लेकर भारत के इतिहास की सबसे प्रभावशाली राजनेता बनने के उनके सफर की कहानी है। यह एक ऐसी दमदार शख्सियत की जिंदगी दिखाती है, जिसने अपने लोगों के लिए लड़ाई लड़ी।