नई दिल्ली। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने तकनीक के क्षेत्र में काफ़ी तरक़्क़ी की है। नए-नए स्टार्टअप्स ने ना केवल लोगों को सहूलियतें दीं, बल्कि ज़िंदगी को भी आसान बनाया है। इन सबके बीच तेज़ी से बढ़ते सोशल मीडिया के दायरे ने लोगों को मुखर बनाया और देश में लोगों को उनकी अपनी ज़ुबान में अभिव्यक्ति के लिए एक नए मंच की ज़रूरत आन पड़ी, जिसके लिए मार्च 2020 में भारत का पहला बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म कू ऐप सामने आया। केवल कन्नड़ भाषा से शुरू हुआ यह ऐप लोगों को ज़बरदस्त ढंग से भाया और आलम यह है कि 2021 में इस देसी ऐप ने सफलता के ज़बरदस्त सोपान जोड़े। इस वर्ष कू ऐप को देश की जनता का ज़बरदस्त प्रेम मिला और अब यह मंच दो करोड़ से ज़्यादा लोगों की दमदार आवाज़ बन गया है। ऐसे में यह जानना बहुत ज़रूरी हो जाता है कि इस साल कू ऐप की तरक़्क़ी की कहानी के सबसे महत्वपूर्ण मील के पत्थर कौन से रहेः
2 करोड़ डाउनलोड हुए पूरे
दिसंबर 2021 के मध्य तक कू ऐप ने 2 करोड़ डाउनलोड का आँकड़ा छूने के साथ महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल कर लिया। इसमें सबसे ज़्यादा ज़रूरी बात यह रही कि इस देसी मंच ने इसमें से अंतिम एक चौथाई यानी 50 लाख से ज़्यादा यूज़र्स केवल दो माह के भीतर जोड़े। इससे पहले अक्टूबर 2021 में कू ऐप के कुल डाउनलोड 1.50 करोड़ को पार कर गए थे। उस वक़्त भी 50 लाख डाउनलोड केवल तीन माह के भीतर हासिल किए गए थे। जबकि इससे पहले मार्च 2020 में लॉन्च किए जाने के बाद से यह प्लेटफ़ॉर्म लगातार नए यूज़र्स को जोड़ना जारी रखे था। हालाँकि, इस साल के अंतिम क़रीब पाँच महीनों में इसके एक करोड़ से ज़्यादा डाउनलोड्स ने यह साबित कर दिया कि यह लोगों को काफ़ी पसंद आ रहा है।
10 भाषाओं में आ गया कू ऐप
मार्च 2020 में कन्नड़ की लॉन्चिंग के साथ कू ऐप अब हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, पंजाबी, बंगाली, असमिया और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में उपलब्ध हो चुका है। यह प्लेटफॉर्म वास्तव में समावेशी यानी सबको जोड़ने वाला है- क्योंकि यह डिजिटल स्तर पर भाषा की बाधाओं को दूर करने के साथ ही लोगों को उनकी सांस्कृतिक और भाषाई विविधता के बावजूद एकसाथ जोड़ता है। इस प्लेटफ़ॉर्म पर मौजूद यूज़र्स में मशहूर हस्तियां भी शामिल हैं, जो अंग्रेजी अनुवाद की ज़रूरत के बिना स्वयं को अभिव्यक्त करते हैं और अपनी पसंद की भाषाओं में स्वतंत्र रूप से अपने विचार साझा करते हैं। इसके अलावा, मंच की एक अद्भुत विशेषता है जो मूल टेक्स्ट से जुड़े संदर्भ और भाव को बनाए रखते हुए यूजर्स को रीयल टाइम में कई भाषाओं में अनुवाद कर अपना संदेश भेजने में सक्षम बनाती है। यह यूजर्स की पहुंच को बढ़ाता है, क्योंकि यह ज़्यादा यूज़र्स को जोड़ता है, जिससे प्लेटफ़ॉर्म पर काफ़ी सक्रियता बढ़ जाती है। कू ऐप जल्द से सभी 22 आधिकारिक भारतीय भाषाओं में ख़ुद को उपलब्ध कराने की दिशा में तेज़ी से जुटा है।