एण्डटीवी के ‘बाल शिव’ के कलाकारों ने वाराणसी में मनाई ‘देव दीपावली’

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मुम्बई। देव दीपावली वाराणसी में सबसे ज्यादा उत्साह से मनाये जाने वाले त्यौहारों में से एक है। इस साल त्यौहार की भव्यता और भी बढ़ गई, जब एण्डटीवी के ‘बाल शिव’ के कलाकार भगवान शिव की नगरी वाराणसी पहुँचे और नई शुरूआत के लिये उत्सव में शामिल हुए। बाल शिव (आन तिवारी), महासती अनुसुइया (मौली गांगुली), महादेव (सिद्धार्थ अरोड़ा) और देवी पार्वती (शिव्या पठानिया) अस्सी घाट गये, जहां उन्होंने अपने प्रशंसकों का अभिवादन किया और दिये जलाकर भव्य देव दीपावली मनाई। 

ज़ी स्टूडियोज द्वारा निर्मित महादेव की इस अनदेखी गाथा में माँ महासती अनुसुइया और उनके बेटे बाल शिव की पौराणिक कथा और उनका शाश्वत सम्बंध दिखाया जाएगा। अनंत और अजन्मे माने जाने वाले भगवान शिव ने कई अवतार लिये हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी बचपन और माँ के प्यार का अनुभव नहीं किया। हालांकि, देवी पार्वती के साथ अपने विवाह के बाद महादेव एक बच्चे का रूप धारण कर देवी पार्वती की इच्छा पूरी करने के लिए बाल रूप धारण करते हैं और महासती अनुसुइया के आज्ञाकारी बेटे बन जाते हैं!

शो के बारे में बात करते हुए विष्णु शंकर, बिजनेस हेड - एण्डटीवी कहते हैं, भारतीय पौराणिक कथाओं में असाधारण कहानियों का खजाना है और उनके प्रति हमारा आकर्षण असीम है। हम सभी उन्हें बचपन से कई बार सुनते हुए बड़े हुए हैं और फिर भी हम उन्हें बार बार सुनना और देखना पसंद करते हैं । उनका आकर्षण कभी भी कम नही होता। इनमें भगवान शिव और उनके विभिन्न अवतारों की किंवदंतियां और कथाएं हैं। पर उनका एक रूप है जिसके बारे में शायद ही कभी ज्यादा बताया या फिर दीखाया गया है। वह है उनका बाल रूप। एण्डटीवी, भारतीय टेलीविजन पे पहली बार लेकर आ रहे हैं हमारे शो ‘बाल शिव’ के मध्यम से महादेव की इस बाल रूप की अनकही, अनदेखी गाथा और माँ अनुसुया के साथ उनके खूबसूरत रिश्ते की कहानी। हम अपने सभी दर्शकों और भगवान शिव के भक्तों को इस शो को देखने और आनंद लेने के लिए आमंत्रित करते हैं।

देव दीपावली के अपने पहले दौरे के बारे में ‘बाल शिव’ की भूमिका निभा रहे आन तिवारी ने कहा, वाराणसी बहुत सुंदर शहर है। यह मेरी पहली देव दीपावली है और पूरे शहर को रौशन करने वाले अनगिनत खूबसूरत दिये देखकर मैं पूरी तरह से निहाल हो गया था। मुझे खुशी है कि हमारे शो ‘बाल शिव’ को प्रमोट करने के लिये मुझे वाराणसी आने और उस जादुई क्षण को साक्षात देखने का मौका मिला। मैं भगवान शिव का बड़ा भक्त हूँ और मुझे महादेव की स्तुतियाँ भी कंठस्थ हैं। 

महासती अनुसुइया का रोल कर रहीं मौली गांगुली ने कहा, मैंने देव दीपावली के उत्सव के बारे में केवल सुना था और टेलीविजन और सोशल मीडिया पर इसे देखा था और असल में उसमें शामिल होना मेरे लिये एक सपने जैसा अनुभव था। पूरे शहर को दियों से जगमगाता देखना जादुई था। वहाँ सभी से जो प्यार और स्नेह मिला, उससे हम बहुत खुश हुए। वहाँ मौजूद लोगों ने हमें अपना प्यार और आशीर्वाद देकर पूरे आयोजन को हमारे लिये बहुत खास बना दिया। मैं उस जगह पर भगवान की पवित्र उपस्थिति का अनुभव कर रही थी, जिससे मेरा विश्वास और भी बढ़ गया कि हमारा शो छोटे पर्दे पर धूम मचा देगा। महासती अनुसुइया के किरदार के बारे में मौली ने आगे कहा, मैं महासती अनुसुइया का रोल कर रही हूँ, जो संवेदना और दृढ़ता का बिलकुल सही संतुलन रखती हैं। वह गुरूकुल में बच्चों को ज्ञान देती हैं और उन्हें अनुशासित बनाती हैं। हमारे शो की कहानी में एक माँ और बेटे का खूबसूरत और शाश्वत सम्बंध दिखाया गया है।

अपने होमटाउन वापस आने से खुश, महादेव का रोल कर रहे सिद्धार्थ अरोड़ा ने कहा, वाराणसी की देव दीपावली देखने का अनुभव जरूर लेना चाहिये, क्योंकि वह सबसे ज्यादा उत्साह से मनाये जाने वाले त्यौहारों में से एक है। इस त्यौहार मेंशहर का हर घाट लाखों दिये जलने पर जीवंत हो उठता है। देव दीपावली या देव दिवाली त्रिपुरासुर नामक राक्षस पर भगवान शिव की विजय की याद में मनाई जाती है और दिवाली के 15 दिनों बाद आती है।’’ महादेव के किरदार के बारे में सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘मैं महादेव की कहानियाँ सुनकर पला-बढ़ा हूँ। वे परम पूजनीय भगवानों में से एक हैं। मैं पर्दे पर इस किरदार को निभाने से बेहतर कुछ नहीं चाह सकता था। महादेव का रोल मिलना मेरे लिये भगवान शिव का आशीर्वाद है। भगवान शिव और उनके विभिन्न रूपों पर कई बेहतरीन शोज आ चुके हैं, लेकिन भारतीय टेलीविजन पर उनकी जो कहानी अब तक नहीं आई है, वह है उनके बाल रूप की कहानी।’’ देवी पार्वती का रोल कर रहीं शिव्या पठानिया ने कहा, ‘‘अस्सी घाट देखने लायक था। वहाँ की खूबसूरती और उत्सव की भव्यता देखकर मैं उत्साहित थी। मुझे बहुत खुशी है कि हमें वाराणसी की पवित्र भूमि पर अपने शो ‘बाल शिव’ की शुरूआत को यादगार बनाने का मौका मिला, जिसे शिव की नगरी भी कहा जाता है। 

मुझे लगा कि भगवान शिव खुद हमारे साथ थे और हमें इस नई शुरूआत के लिये आशीर्वाद दे रहे थे। प्रशंसक हमारे पास आये और हमें बताया कि हमारे शो के प्रीमियर को लेकर वे कितने रोमांचित हैं और उन्हें हमें छोटे पर्दे पर देखने का बेसब्री से इंतजार है। एक बेहतरीन और जादुई अनुभव के लिये मैं वाराणसी की शुक्रगुजार हूँ।’’ देवी पार्वती के किरदार के बारे में, शिव्या ने आगे कहा, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण भूमिका है। देवी पार्वती को भगवान शिव के साथ विवाह के बाद अपनी नई जिन्दगी में रमते हुए दिखाया जाएगा। शुरूआत में उनकी कुछ इच्छाएं और शंकाएं होंगी, लेकिन धीरे-धीरे उन्हें कैलाश का सही माहौल समझ में आ जाएगा। यह सचमुच एक चुनौती वाला रोल है।