जयुपर। मुख्य सचिव निरंजन आर्य के निर्देश पर अधिकारियों ने त्वरित कार्यवाही करते हुए जयपुर की ढ़ाणी बोराज निवासी दिव्यांग दम्पति के भूखण्ड पर अन्य लोगों द्वारा किए गए अवैध कब्जे को हटवाकर पीड़ित परिवार को राहत दी है। तहसीलदार एवं कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी, सांभर लेक के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम ने प्रार्थी दिव्यांग दम्पति को उसके भूखण्ड का कब्जा सम्भलवा दिया है।
मुख्य सचिव आर्य जयपुर जिले के बिचून में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान ढ़ाणी बोराज निवासी दिव्यांग श्रीमती कान्ता देवी और उन के पती श्री मदन लाल शर्मा ने उनके भूखण्ड पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा करने की शिकायत मुख्य सचिव से की। आर्य ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर, दूदू को इस शिकायत पर तुरन्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए, जिस पर विकास अधिकारी जोबनेर के नेतृत्व में नायब तहसीलदार एवं एसएचओ जोबनेर की टीम गठित कर समुचित कार्यवाही के लिए मौके पर भेजा गया।
अधिकारियों ने शिकायतकर्ता के दस्तावेजों का सत्यापन और मौके का निरीक्षण कर पाया कि पीड़ित दिव्यांग परिवार के भूखण्ड पर ईंधन एवं गोबर की खाद आदि डालकर नाजायज कब्जा किया गया है। अधिकारियों ने भूखण्ड पर अवैध रूप से डाली गई सामग्री को मौके पर ही कुर्क कर जेसीबी मशीनों के जरिए हटवाया और गांव के सरपंच तथा अन्य अधिकारियों एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में पीड़ित परिवार के पक्ष में लिखित आदेश जारी कर कब्जा सम्भलवाया। प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने अवैध कब्जा करने वाले ग्रामीणों को भूखण्ड पर फिर से कब्जा नहीं करने तथा पीड़ितों को धमकाने एवं परेशान नहीं करने के लिए पाबन्द किया।
अधिकारियों ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार किसी भी गरीब या असहाय व्यक्ति की सम्पत्ति पर अवैध कब्जा करने अथवा तंग करने पर कड़ी कार्यवाही करेगी। उधर, अपने भूखण्ड पर वापिस अधिकार हासिल करने पर दिव्यांग पीड़िता श्रीमती कान्ता देवी और उनके पति मदन लाल शर्मा बेहद खुश हुए और मुख्य सचिव आर्य सहित सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।