जयपुर। जमाअत इस्लामी हिन्द जयपुर की ओर से "मुहम्मद सल्ल. कौन?" अभियान के तहत जमाअत इस्लामी हिन्द, रामगंज व जामा मस्जिद कमेटी जयपुर की ओर से जामा मस्जिद जयपुर में मस्जिद परिचय कार्यक्रम रखा गया, जिसमें विभिन्न धर्मों से जुड़े सामाजिक, धार्मिक एवं प्रशासनिक अधिकारीयों ने अपनी उपस्थिति दी।
कार्यक्रम में डॉ. मुहम्मद इक़बाल सिद्दीकी, सचिव जमाअत ए इस्लामी हिन्द, राजस्थान ने इस्लाम धर्म के भावार्थ और इस्लाम के मूल सिद्धांत की व्याख्या करते हुए बताया कि इस्लाम शांति और भाईचारे की शिक्षा देता है जो समस्त मानवता के लिए है। मुफ्ती अमजद अली साहब, इमाम जामा मस्जिद जयपुर ने अज़ान, वुज़ू और नमाज़, में की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। मुहम्मद नाज़िमुद्दीन प्रेदशाध्यक्ष जमाअत ए इस्लामी हिन्द, राजस्थान ने बताया कि नमाज़ बुरे कामों व अश्लीलता से रोकती है, अगर कोई इंसान नमाज़ पढ़ने के बाद भी इन कार्यों से नहीं रुकता तो ईश्वर के समक्ष उसकी नमाज़ का भी कोई महत्व नही है।
अंत में अतिथिगण ने कार्यक्रम के बारे में अपने विचार व प्रसन्नता व्यक्त कि और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों को मंच धार्मिक स्थलों से आगे बढ़कर ज़मीन तक ले जाने की ज़रूरत है और इस पर लगातार काम करते रहने की आवश्यकता है। अबरार अहमद, अध्यक्ष जमाअत ए इस्लामी हिन्द, रामगंज ने बताया की कार्यक्रम में उत्तर ज़िला जयपुर से डी.सी.पी. पारीक देशमुख, ए.डी.सी.पी. धर्मेंद्र सागर, सुमन चौधरी, मेघ चंद, सौरभ तिवारी और राजवीर सिंह, एस.एच.ओ. माणकचौक सीमा पठान, एस.एच.ओ रामगंज भूरी सिंह, एस.एच.ओ ब्रह्मपुरी प्रदीप सिंह और टी.आई. श्रीपाल, बड़े भैया और राजा पार्क गुरुद्वारे से ज्ञानी सिंह व व्यपार मण्डल जौहरी बाज़ार, सह सचिव जामा मस्जिद ताहिर आजाद, जावेद, रियाजउद्दीन, इंजीनियर मुहम्मद रमज़ान,शाहिद हुसैन, रुबीना अबरार, तस्नीम इलाही,मोहम्मद फैजान समर नमस्ते नमस्ते उल खैर,ज़ैनुल आबिदीन के अलावा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। यह जानकारी मीडिया प्रभारी साबिर अहमद मंसूरी ने प्रेसनोट के माध्यम से मीडिया को प्रदान की।