भीलवाड़ा। शहर में चातुर्मास कर रहे जैन श्वेताम्बर तेरापंथ के ग्यारहवें आचार्यश्री महाश्रमणजी महाराज ने बुधवार को 13 नवदीक्षित साधु-साध्वियों को बड़ी दीक्षा प्रदान कर उन्हें पूर्ण रूप से समस्त चारित्र प्रदान किया। आगमवाणी के द्वारा आचार्यश्री ने नवदीक्षित साधु-साध्वियों को तीन करण (करना, कराना, अनुमोदना) तीन योग (मन, वचन, काय) से पंच महाव्रतों के पूर्ण पालन की प्रेरणा प्रदान की। आचार्यश्री के मंगल प्रवचन व बड़ी दीक्षा के उपरान्त श्रीमती उमादेवी हिरण 31, सागरमल रांका 29 दिन, राकेश नौलखा 27 दिन व श्रीमती नीलू मेहता ने 24 दिन की तपस्या का प्रत्याख्यान किया।
नवदीक्षित साधु-साध्वियों को आचार्यश्री ने प्रदान की बड़ी दीक्षा
www.daylife.page