नेशनल डॉक्टर डे के मौके पर
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मुम्बई। हालांकि, पूरी दुनिया अभी भी महामारी की स्थिति से गुजर रही है, लेकिन हमारे फ्रंटलाइन वाॅरियर्स, डॉक्टर और हेल्थकेयर प्रदान करने वाले लोग बिना थके, बिना रुके दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।‘नेशनल डॉक्टर डे‘के मौके पर, एण्डटीवी के कलाकारों और कोविड सर्वाइवर्स ने अपने डॉक्टर के प्रति दिल से आभार व्यक्त किया है,जिन्होंने इस जानलेवा वायरस से ठीक होने में उनकी हर कदम पर मदद की। उनमें शामिल हैं हिमानी शिवपुरी(‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कटोरी अम्मा), शुभांगी अत्रे (‘भाबीजी घर पर हैं‘की अंगूरी भाबी)और सारा खान (‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ की देवी पॉलोमी )।
हिमानी शिवपुरी ऊर्फ एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कटोरी अम्मा ने कहा,‘‘मुझे अभी भी वह दिन याद है, जब मैं हॉस्पिटल में भर्ती थी। मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि सारे जरूरी एहतियात बरतने के बाद भी मैं इस वायरस की चपेट में कैसे आ गयी। आइसोलेशन के उन दिनों को याद करके आज भी मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। मैं अपने परिवार से दूर एक जगह पर बंद थी। लेकिन डॉक्टर की उम्मीद ने मेरा हौसला बनाये रखा और इससे मुझे मानसिक रूप से तैयार होने में मदद मिली कि यह बस एक फेज है निकल जायेगा। इसके अलावा, उन्होंने मुझे जो इमोशनल सपोर्ट दिया उससे मुझे जल्द ठीक होने में मदद मिली। मुझे ऐसा नहीं लगा कि मैं अपने बेटे से दूर हूं।मैं हर डॉक्टर में उसे देख सकती थी, क्योंकि उन्होंने मेरी बहुत देखभाल की और बेहद प्यार से रखा।
इसलिये, इस ‘नेशनल डॉक्टर डे‘ पर मैं उन सारे डॉक्टर को मेरा प्यार और आशीर्वाद देना चाहूंगी जो हमें सुरक्षित रखने के लिये दिन-रात काम कर रहे हैं।‘‘शुभांगी अत्रे, ऊर्फ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी कहती हैं, ‘‘एक वायरस एक ही रात में आपकी पूरी जिंदगी बदल सकता है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इस वायरस का शिकार बन जाऊंगी, लेकिन जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता। मैं उन खुशकिस्मत परिवारों में से एक हूं, जिसके घर का एक सदस्य फ्रंटलाइन वाॅरियर है। मेरे देवर एक डॉक्टर हैं और मैंने घर पर क्वारंटीन रहते हुये, उनकी बतायी सारी बातों का सख्ती से पालन किया। इससे मुझे अपने कमरे में रहते हुये ही रिकवर होने में मदद मिली। मैंने उन्हें दिन रात काम करते हुये देखा है। बिना एक बार यह सोचे कि यह वायरस उन्हें भी प्रभावित कर सकता है,
उन्हें हॉस्पिटल आते-जाते और हमेशा काम के लिये तैयार देखा है। अपनी परवाह ना करना और काम के लिये समर्पित रहना हर किसी के बस की बात नहीं, लेकिन डॉक्टर इसे बहुत ही सहजता से करते हैं। ‘नेशनल डॉक्टर डे‘ के मौके पर मैं हर उस डॉक्टर को शुक्रिया कहना चाहती हूं जोकि मानवता की सेवा में लगे हुये हैं। मैं उनके परिवार के प्रति भी आभार व्यक्त करना चाहती हूं, जो उनके सपोर्ट सिस्टम की तरह हैं। मैं जानती हूं कि उनके काम के लिये सिर्फ धन्यवाद ही काफी नहीं है, लेकिन मैं सभी डॉक्टर और उनके परिवारों के लिये प्रार्थना करती हूं कि वे सेहतमंद रहें और एक खुशहाल जिंदगी जियें।‘‘ सारा खान, ऊर्फ एण्डटीवी के ‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ की देवी पॉलोमी कहती हैं, ‘‘इस महामारी के दौरान हर दिन अनिश्चित होता है।