आरोपी ने 20 लाख रूपये लिये थे उधार, मृतक को कर रहा था परेशान
सांभरझील (जयपुर)। चांदी का कारोबार करने के लिये उधार लिये गये करीब 20 लाख रूपये को लौटाने के लिये आनाकानी करने तथा नाजायज परेशान कर आत्महत्या के लिये उकसाने (दुष्प्रेरण) के आरोप में विगत चार माह से फरार चल रहे आरोपी को पुलिस थाना जोबनेर ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उससे आगामी पूछताछ के लिये पुलिस रिमाण्ड पर लिया है। पुलिस अधीक्षक, जयपुर ग्रामीण, शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि थाना परिक्षेत्र में दर्ज प्रकरण में वांछित चल रहे मुलजिमों की गिरफ्तारी सुनिश्चित किये जाने के लिये अभियान चलाया जा रहा है ताकि समय पर मुकदमों का निस्तारण किया जा सके।
उक्त प्रकरण में आरोपी की गिरफ्तारी किये जाने के लिये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, दूदू, ज्ञानप्रकाश नवल एवं सांभर व दूदू पुलिस उपाधीक्षक सुश्री कीर्ति सिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी जोबनेर के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया जाकर आत्महत्या के लिये उकसाने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के लिये जगह जगह तलाश की गयी। काफी प्रयासों के बाद चार माह से फरार चल रहे आरोपी शंकरलाल कण्डीरा पुत्र कल्याण सहाय जाति बागड़ा ब्राहमण, 48 साल, निवासी केसरीसिंहपुरा थाना जोबनेर को गिरफ्तार किया गया।
थानाधिकारी जोबनेर जोगेन्द्र सिंह ने बताया कि 5 मार्च को दिनेश कुमार मेहता पुत्र कैलाशचंद मेहता, जाति बागड़ा ब्राह्मण, निवासी मेहता की ढाणी तन केसरीसिंहपुरा, जिला जयपुर ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवायी थी कि कल्याणसहाय कण्डीरा पुत्र स्व0 गोपीराम उर्फ गोपजी कण्डीरा व शंकरलाल कण्डीरा ने मेरे पिताजी से कुछ समय पहले 20-21 लाख रूपये चांदी का कारोबार करने के लिये उधार लिये थे, जब पैसे वापस देने का समय आया तो शंकरलाल व कल्याणसहाय पैसे देने में आनाकानी करने लगे और मेरे पिताजी पर व परिवार पर बदनामी का लांछन लगाने लगे, करीब एक माह से मेरे पिताजी को काफी परेशान कर रखा था, जिसके कारण मेरे पिताजी ने आत्महत्या कर ली। आरोपी की गिरफ्तारी में प्रमुख रूप से एएसआई लेखराज, कांस्टेबल विनोद कुमार, छाजूराम, कृष्ण कुमार, गजानन्द महेश कुमार, मुकेश कुमार की सराहनीय भूमिका के लिये सभी को नकद पुरस्कार व प्रशंसा पत्र दिये जाने की एसपी ग्रामीण शंकरदत्त शर्मा ने घोषणा की है।