http//daylife.page
मनोहरपुर (जयपुर) । माधोवेणी नदी बहाव क्षेत्र में टैंकरों द्वारा मल मूत्र व अपशिष्ट डालने को लेकर शुक्रवार को पूर्व वार्ड पंच धोलूराम गीराठी के नेतृत्व में ग्रामीणों के एक शिष्टमंडल ने मनोहरपुर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है।
पूर्व वार्ड पंच धोलूराम गिराटी ज्ञापन में बताया है कि अवैध रूप से ग्राम पंचायत मनोहरपुर शाहपुरा नगर पालिका परिक्षेत्र से शौचालय का मल मूत्र व अपशिष्ट पदार्थ भरकर माधोवेणी नदी क्षेत्र में डाला जा रहा हैं।जिससे करीब 2 से 3 साल से नदी बहाव क्षेत्र के साथ-साथ माधोवेणी नदी बहाव क्षेत्र के सौंदर्य करण प्रभावित हो रहा है। नदी तट के इर्द-गिर्द बसी आबादी क्षेत्र में रहने वाले वासियों को मल मूत्र अपशिष्ट की दुर्गंध से जीना भी दुश्वार हो गया है।
माधोवेणी नदी के इर्द गिर्द कई मंदिर आश्रम मोक्ष धाम है। उन में आने जाने वाले भक्तगण वह शमशान में आने जाने वाले लोगों को बहुत परेशानियों व् दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है वन्य जीव आवारा पशुओं के जीवन के ऊपर भी खतरा बना हुआ है उक्त पदों में कभी भी गिरकर आवारा पशुओं वह वन्यजीवों की मृत्यु की आशंका हमेशा बनी रहती है। मनोहरपुर ग्राम पंचायत के द्वारा शौचालय के मल मूत्र अपशिष्ट का खुला निविदा आमंत्रण पत्र के द्वारा पवन पुत्र मुन्नालाल हरिजन के नाम टेंडर छोड़ा गया है जो अवैधानिक है। सहित आदि मांगों को लेकर ज्ञापन सोप कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। इस दौरान महिपाल सिंह गुर्जर एडवोकेट अशोक व्यास सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
उप तहसीलदार ने वीडियो को 7 दिवस पर कचरा निस्तारण के दिये आदेश
उप तहसीलदार महेश ओला ने शुक्रवार को ग्राम विकास अधिकारी एवं सरपंच प्रतिनिधि शंकर प्रजापत के साथ माधोवेणी नदी में डाले जा रहे कचरे का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वीडियो किशन लाल जाट को 7 दिवस में कचरे का उचित निस्तारण करने के आदेश दिए है।जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मनोहरपुर कई महीनों से माधोवेणी नदी में कचरा डालने का कार्य कर रही थी जिसके चलते नदी बहाव क्षेत्र में बड़ी मात्रा में कूड़ा-करकट एकत्रित हो जमा हो गया था कचरा जमा होने से नाराज ग्रामीणों ने उप तहसीलदार ओला को ज्ञापन सौपकर कचरे का निस्तारण करवाने एवं कचरे से हो रही पशुओं की मौत पर रोक लगवाने की मांग की थी।जिस पर कारवाई करते हुए उप तहसीलदार ओला ने शुक्रवार को वीडियो एवं सरपंच प्रतिनिधि के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण कर, वीडियो को 7 दिवस में कचरे का उचित निस्तारण करने के निर्देश दिए।