मुगल सिंधी मौहल्ला में पानी की टंकी के चारों और झाड़ियां उगी

दो दशक पहले बने उच्च जलाशय पर आज तक नहीं हुआ रंग रोगन

उच्च जलाशय के चारों और कंटीली झाड़ियों का साम्राज्य 

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

http//daylife.page

सांभरझील। यहां के मुगल सिंधी मौहल्ला में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से करीब तीन दशक पहले बनवाये गये उच्च जलाशय पर आज तक विभाग की ओर से इस पर कलर नहीं करवाया गया है, जबकि इसके बाद तत्कालीन चेयरमैन भंवरीसैनी के कार्यकाल के दौरान सरकार से मंजूर करवाये गये दो उच्च जलाशय पर तो निर्माण के बाद ही विभागीय कलर करवाया जा चुका है, लेकिन इस टंकी पर आज तक सरकारी कलर क्यों नहीं करवाया गया है, यह आज तक न विभाग बता पा रहा है और न ही किसी जनप्रतिनिध को इस बात का पता है कि ऐसा क्यों हुआ है। 

इस पेयजल टंकी में उपरोक्त मौहल्लों के अलावा अनेक वार्डों में पानी की सप्लाई करने के लिये पानी स्टोरेज किया जाता है, इस पेयजल टंकी के चारों और गंदगी का तो आलम है ही साथ ही चारों और बड़ी बड़ी कंटीली झाडियां लम्बे समय से उगी हुयी है, इससे सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि न तो जलदाय विभाग यहां के सफाई व्यवस्था के लिये पालिका प्रशासन को लिख रहा है और न ही स्वप्रेरणा से प्रशासन इसकी सफाई करवा पा रहा है। इसी पेयजल टंकी के थोड़ा पहले ही पालिका का कचरा डिपों है जहां दिनभर आवारा जानवरों का भी डेरा रहता है।