मुम्बई। हर रिश्ते के साथ जुड़े अनूठेपन को दर्शाने वाले एण्डटीवी के शोज़ में अलग-अलग तरह के किरदारों को अपनों को खुश करते हुए दिखाया जाता है। आखिरकार, यह प्यार का मौसम है। ‘भाबीजी घर पर हैं’ में दर्शक देखेंगे कि किस तरह अंगूरी (शुभांगी अत्रे), मनमोहन तिवारी (रोहिताश गौड़) को सपेरे के शाप से बचाने की कोशिश करती है। वहीं, ‘हप्पू की उलटन पलटन’ के दरोगा हप्पू सिंह (योगेश त्रिपाठी), सबके लिये अच्छा तोहफा लेने के लिये अपनी जान खतरे में डाल देता है। ‘संतोषी मां सुनाएं कथाएं’ के इंद्रेश (आशीष कादियान), अपनी पत्नी स्वाति (तन्वी डोगरा) को बबली की हत्या के झूठे सबूतों से बचाने की कोशिश करता है। ‘गुड़िया हमारी सभी पे भारी’ की बेधड़क गुड़िया (सारिका बहरोलिया), संजय उर्फ बंटू को बचाती है, जिसका डाॅली के प्रति प्यार, बुआ के गुस्से को भड़का देता है।
रोहिताश गौड़ (मनमोहन तिवारी) कहते हैं, अंगूरी, तिवारी को मिले सपेरे के शाप के अंजाम से काफी डरी हुई है। इसलिये, अम्माजी की सलाह को मानते हुए वह अपने पति को बचाने के लिये सबकुछ कर रही है, जो वह कर सकती है। वह दूध पी रही है और नागिन डांस भी कर रही है। क्या वह तिवारीजी को इस शाप से बचाने में कामयाब हो पायेगी? योगेश त्रिपाठी (दरेागा हप्पू सिंह) कहते हैं, हप्पू का परिवार उससे अच्छे और बेहतरीन तोहफे लाने को कहता है। जल्द से जल्द वह बड़ा हाथ मारता है, लेकिन वह पैसा कमिशनर का होता है, वह पहले अपने परिवार के बारे में सोचता है और उनके लिये तोहफे खरीद लेता है। हप्पू की इस हरकत पर कमिशनर की क्या प्रतिक्रिया होगी? आशीष कादियान अपनी बात रखते हुए कहते हैं, जब इंसान प्यार में होता है तो अक्सर यह कहता है कि मैं तुम्हें हमेशा खुश और सुरक्षित रखूंगा।
क्या उसे स्वाति की जगह जेल भेजा जायेगा या फिर सिंहासन सिंह (सुनील सिंह) सच्चाई बता देगा?’’ इस चर्चा को विराम देते हुए, सारिका बहरोलिया (गुड़िया) कहती हैं, इसमें कोई शक नहीं कि बचपन का प्यार आम होता है, लेकिन यह काॅन्सेप्ट नहीं है कि लोग इसके बारे में खुलकर बात करें। इसलिये, बुआ और बंटू के मामले में इस बात को थोड़ा विस्तार से और विश्वसनीय तौर पर बताने की कोशिश की जा रही है कि दोनों ही एक-दूसरे के नजरिये को समझें। मुझे बेहद खुशी है कि आखिरकार दोनों परिवार एक-दूसरे की बात मानने को तैयार हो जाते हैं। मेरे ख्याल से यही होती है प्यार की ताकत।