सरकार को किसान विरोधी कानून वापस लेना होगा : टिकैत
आर. एन. पारीक
घड़साना। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा घड़साना धान मंडी में सभा की गई। जिसमें किसानों की भारी भीड़ मौजूद रही सभा को संयुक्त मोर्चा के किसान नेता राकेश टिकैत पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल कामरेड अमराराम खाजूवाला की पूर्व प्रधान सरिता मेघवाल पंजाबी गायकार सोनिया मान योगेंद्र यादव राजाराम मील ने सभा को सम्बोधित किया। राकेश टिकैत पदमपुर में किसान सभा को संबोधित कर लगभग 4:30 बजे घड़साना पहुंचे टिकैत लगभग समय से 2 घंटे देरी से पहुंचे लेकिन उनको सुनने के लिए भीड़ जुटी रही योगेंद्र यादव ने अपने संबोधन में किसी कानूनों से होने वाले नुकसान से किसानों को अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि यह कानून तो मर चुके हैं लेकिन प्रधान मंत्री मोदी ने इसे अपनी मूंछ का सवाल बना रखा है राकेश टिकैत ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार कह रही है कि इन कानूनों में क्या कमी है। बनाए गए कानून किसानों को बर्बाद करने वाला कानून है। इस कानून के लागू होने से बड़े-बड़े उद्योगपतियों को फायदा होगा जबकि देश के किसान का भविष्य गर्त में चला जाएगा। इस कानून के लागू होने से किसान कहीं भी फरियाद भी नहीं कर पाएगा। मोदी सरकार को यह काला कानून वापस लेना होगा। कानून रद्द होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। सभा में किसानों ने तीनों कृषि कानूनो के खिलाफ विरोध करते हुए नारे लगाए। इस आंदोलन को स्थानीय अंबेडकर शिक्षक संघ व शेखावत शिक्षक संघ ने अपना समर्थन दिया।
अंबेडकर शिक्षक संघ शेखावत शिक्षक संघ के सदस्य अपने बैनर व झंडों के साथ सभा स्थल पर पहुंचे और किसानों के समर्थन में नारेबाजी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जबरदस्त प्रबंध किए गए थे। सब किसान सुख मोर्चा की सभा को देखते हुए राकेश टिकैत व योगेंद्र यादव के आने पर भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए सभी थानों का पुलिस जाब्ता महिला पुलिसकर्मियों सहित मौजूद था। तहसीलदार दानाराम लूणा सभा स्थल के निकट रहकर सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे।