विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्यकारों ने जमकर ऑनलाइन भी विचार विमर्श किए
विश्व कवि सम्मेलन का संचालन विजयलक्ष्मी जांगिड़ (जयपुर से) ने किया
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जयपुर। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर भाषा और साहित्य को समर्पित देश की प्रतिष्ठित संस्था एवं समूह हिंदगी, हिंदी है ज़िंदगी ने अपने ऑनलाइन कार्यक्रम के अंतर्गत अभिव्यक्ति शीर्षक विश्व कवि सम्मेलन का आयोजन किया। इस अवसर पर हिंदगी, हिंदी है ज़िंदगी के संस्थापक व कार्यक्रम के आयोजक प्रसिद्ध शिक्षाविद, लेखक व सम्पादक डॉक्टर ऋषि शर्मा ने हिंदी भाषा और साहित्य की सेवा के प्रति अपनी और समूह की प्रतिबद्धता को दोहराया और बताया कि हिंदगी समूह समय समय पर हिंदी भाषा के प्रोत्साहन, संवर्धन के लिए अनेक कार्य करता रहा है, बाल साहित्य, शिक्षा और सामाजिक सरोकार से जुड़े अनेक कार्यक्रमों के आयोजन के बाद विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर अभिव्यक्ति प्रथम विश्व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसके अंतर्गत देश के विभिन्न राज्यों से जैसे राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, नोएडा, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के साथ-साथ विदेश की धरती जैसे सिंगापुर, बहरीन, ओमान, कुवैत से भी कवि पुष्प आमंत्रित किए गए।
कवि सम्मेलन का संचालन विजयलक्ष्मी जांगिड़ (जयपुर से) ने किया। मुख्य अतिथि डॉक्टर लतिका रानी हिंदी प्रवक्ता सेंटर फॉर लेंग्वेज स्टडीज नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर ने इस अवसर पर विश्व स्तर पर हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए हिंदी के प्रचार-प्रसार में कवि, साहित्यकारों व शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। साथ ही हिंदगी के कार्यों एवं अब तक के तमाम नि:स्वार्थ प्रयासों की सराहना भी की। सम्मेलन में आमंत्रित कविवृन्द एवं साहित्यकार डॉ. विनोद 'प्रसून' नोएडा समेत, त्रिलोकनाथ पाण्डेय, संगीत शर्मा, यशोधरा भटनागर, सिंपल शर्मा, सुषमा रजनीश, दिल्ली से उमा मेहरा, सुनंदा तिवारी, नाज़नीन अली मोनिका शर्मा व बहरीन से अनुपम रमेश किंगर ने अपनी शानदार काव्य प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को सफल और भव्य बनाया।