पधारो म्हारे देस डिजिटल कोविड राहत श्रृंखला

लोक कलाकारों के समर्थन में एपिसोड 3 के लिए एक नये अवतार में मकर संक्रान्ति मेला



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जयपुर। पधारो म्हारे देस द्वारा मकर संक्रांति मेला एपिसोड, एक डिजिटल कोविड राहत कॉन्सर्ट श्रृंखला राजस्थानी लोक कलाकारों के समर्थन के लिए शुरू की गई जो अतिरिक्त धनराशि जुटाकर दर्शकों के बीच अत्यन्त सफल है।

डिजिटल कॉर्न्सट की तीसरी कड़ी, मकर संक्रांति मेला, नई आशा और उत्पत्ति के साथ रविवार, 17 जनवरी को शाम 7.30 बजे आयोजित किया गया। इस एपिसोड में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों के लोक कलाकारों द्वारा की गई प्रस्तुतियों को प्रदर्शित किया गया, दो समकालीन कठपुतली पात्रों, एक टूर ओपरेटर एवं एक सहशताब्दी पर्यटक के बीच एक संवाद के द्वारा एक साथ घूमते हुए, जो महामारी के कारण वास्तविक के बजाय एक आभासी दौर के लिए बस गये थे। इस एपिसोड में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों के लोक कलाकारों द्वारा की गई प्रस्तुतियों को प्रदर्शित किया गया, दो समकालीन कठपुतली पात्रों, एक टूर ओपरेटर एवं एक सहस्त्राब्दी पर्यटक के बीच एक संवाद के द्वारा एक साथ घूमते हुए, जो महामारी के कारण वास्तविक के बजाय एक आभासी दौर के लिए बस गये थे।

राजस्थान की गायिका मनीषा अग्रवाल के अर्पण फाउंडेशन की पहल 'मकर संक्रांति मेला' एक फंड रेजिंग कंसर्ट सीरिज है। इस सीरिज में अब तक राजस्थान के विभिन्न भागों के 125 से अधिक लोक कलाकार प्रस्तुतियां दे चुके हैं। भजन सम्राट अनूप जलोटा मनीशा ए अग्रवाल के साथ सूर्य मंत्र प्रस्तुत किया जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

एपिसोड3 में दिखाये गये कई और लोक कलाकारों में बुंडू खान की मधुर धुनें, जीतू के नाजुक डांस मूव्स् और बारीकियां शामिल हैं, जबकि वे राजस्थान के लोकप्रिय नृत्य भवाई को पेश करते हुए कुछ साहसी करतब दिखाते हैं, जिसमें चैरी नृत्य, आग की वाहिकाओं के साथ नृत्य के दौरान दनके सिर पर महिलाओं की वास्तविक ताकत को दर्शाते हैं।

अर्पन फाउंडेशन की संस्थापक सुश्री मनीषा ए. अग्रवाल ने कहा कि ' पधारो म्हारे देस के अब तक के हमारे सभी एपिसोडों को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया ने पहल को आगे बढ़ाने और हमारे लोक कलाकारों के जीवन की आशा को बहाल करने में मदद करने के हमारे संकल्प को मजबूत किया है जो महामारी में सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं।'

उन्होंने आगे बताया कि मुझे देखकर आश्चर्य हुआ कि हमारे लोक कलाकार अपनी गायकी के माध्यम से हमें कैसे आन्दित करते हैं, भले ही उनका जीवन महामारी के कारण माधुर्य से रहित हो गया हो। दर्शकों ने लोक प्रदर्शनों के लिए बहुत प्यार एवं प्रशंसा दिखाई है, मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही उदार ध प्राप्त करेंगे और लोक कलाकारों तक यह धन पहुँचाने में मदद करेंगे।

अनूप जलोटा ने इस सीरिज के लिए मनीषा अग्रवाल को बधाई दी और कहा कि 'कोविड-19 ने कलाकारों व उनके कला रूपों के अस्तित्व के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। उनके जीवन को रोशन करने के लिए यह एक महान कदम है।' आने वाले एपिसाड में अधिक लोक प्रदर्शन और आर्श्चय में पेश किया जाएगा। राजस्थान की लोक संगीत परम्पराओं पर श्रृंखला के ऑनलाइन क्विज़ के एक भाग के रूप में युवा लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए “अपनी जड़ों के साथ फिर से जुड़ें” भी चल रहा है।