आईआईएचएमआर में सीएसआर और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रम


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जयपुर। यूजीसी से अनुमोदित यह स्टेकेबल स्किल्ड फोकस्ड डिप्लोमा प्रोग्राम सीएसआर और सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में एक्जीक्यूटिव स्तर की प्रतिभा के विकास में योगदान देगा

पाठ्यक्रम की अवधि- 12 महीने, प्रवेश- 28.12.2020 से शुरू, आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि रू 31.01.2021 तक, सीटों की संख्या- 40, योग्यता- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या बैचलर ऑफ वोकेशनल स्टडीज (बी.वोक), कुल क्रेडिट- 60 (35 प्रतिशत थ्योरी  65 प्रतिशत कौशल), पाठ्यक्रम का कुल शुल्क - 1,05,000.00 रुपए, अध्ययन के विषय- मैनेजमेंट, सोशल वर्क, लाॅ, बिजनैस, डेवलपमेंट स्टडीज

महत्वपूर्ण जानकारीः 

पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा इन सीएसआर एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थी आनलाइन आवेदन कर सकते हैं अथवा आईआईएचएमआर की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड करें। संपर्क करें- 91 93588 93199, 91 93587 90012, 91 0141.3924700 

नेशनल इंस्टीट्यूशनल रेंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा मैनेजमेंट कैटेगरी में 65वां स्थान हासिल करने वाले आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में विशिष्ट रूप से डिजाइन किए पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रम की घोषणा की है। यह पाठ्यक्रम नेशनल स्किल क्वालिफिकेशंस फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत यूनिवर्सिटी अनुदान आयोग (यूजीसी), नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित है। कार्यक्रम को अनूठे तरीके से डिजाइन किया गया है और सीएसआर के मैनेजमेंट से संबंधित कौशल के साथ सर्टिफिकेशन को पूरा करने का लक्ष्य रखा जाता है। योग्य और उच्च जानकार शिक्षकों द्वारा पाठ्यक्रम को पूरा कराया जाता है। पाठ्यक्रम को व्यक्तिशः या आॅनलाइन माध्यम (इस वर्ष के लिए) से पूरा किया जा सकता है।

आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट रिसर्च, हैल्थकेयर, डेवलपमेंट स्टडीज और अन्य संबद्ध क्षेत्रों में स्नातकोत्तर शिक्षा और प्रशिक्षण के लिहाज से एक विशेष अनुसंधान विश्वविद्यालय है।

आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर के प्रेसीडेंट (आफिशिएटिंग) प्रो पी आर सोडानी ने कहा, वर्तमान दौर में चूंकि कंपनियां कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) की तरफ अधिक ध्यान दे रही हैं और इन गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं, इसलिए यह कहा जा सकता है कि सीएसआर का क्षेत्र तेजी से उभर रहा है। भारतीय कंपनी अधिनियम में 2013 और 2014 में किए गए विनियामक परिवर्तनों के बाद सीएसआर डोमेन एक दिलचस्प कैरियर विकल्प के रूप में उभरा है। इसी क्रम में आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी हेल्थकेयर मैनेजमेंट और रिसर्च में 36 साल की संस्थागत विरासत के साथ, विकास को बढ़ावा देने वाली शिक्षा को और आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने प्रमुख विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ सहयोग किया है, जिनमें जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी, यूएसए, चेस्टर यूनिवर्सिटी, यूके, मॉन्ट्रियल यूनिवर्सिटी, कनाडा, कर्टिन यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया और बीपी कोइराला इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, नेपाल शामिल हैं।

उन्होंने आगे कहा, सीएसआर और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में नए शुरू किया गया पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा छात्रों को कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी मैनेज करने के लिए तैयार करेगा। कार्यक्रम हमारी नई शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप बनाया गया है और कौशल-केंद्रित प्रक्रिया के साथ डिग्री प्रदान करता है। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों को ऐसे मामलों का पता लगाने का अवसर मिलेगा, जिनमें भविष्य में व्यापक संभावनाएं नजर आती हैं। इस तरह छात्रों को व्यावहारिक अध्ययन के माध्यम से सैद्धांतिक मुद्दों का जवाब देने के लिए तैयार किया जाता है।

यह पाठ्यक्रम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज और एक्जीक्यूटिव एजुकेशन डिवीजन द्वारा संयुक्त रूप से पेश किया जा रहा है। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और डीन (ट्रेनिंग) डॉ शिव के त्रिपाठी ने कहा, एक वर्ष की अवधि वाले इस पाठ्यक्रम में अध्ययन के लिए अनेक विषय उपलब्ध कराए गए हैं और लगभग दो-तिहाई पाठ्यक्रम को लाइव इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स के साथ छात्रों के जुड़ाव के माध्यम से पूरा किया जाएगा। इस उद्देश्य के लिए विश्वविद्यालय ने सीएसआर क्षेत्र में सक्रिय ज्ञान संसाधन केंद्र इंडिया सीएसआर के साथ साझेदारी की है। उन्होंने आगे कहा, कार्यक्रम का प्रारूप विशिष्ट प्रकार से तैयार किया गया है जो इसे यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) के प्रबंधन से जोड़ता है और इस प्रकार, यह कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र के साथ-साथ गैर सरकारी संगठनों में सीएसआर के क्षेत्र में काम करने वाले (या काम करने के इच्छुक) लोगों के लिए काफी उपयोगी है।