देश में पहली बार सिंगल गर्ल पैरेंट्स के लिए ने आयोजित किया ऑनलाइन टॉक शो मेरी लाडो

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. लड़कियों के जन्म को अभिशाप समझने वाली दूषित मानसिकता के खिलाफ जागरूकता अभियान

. चार राउंड में संपन्न हुई प्रतियोगिता

. अलग अलग शहरों से सपरिवार जुड़ें प्रतिभागी

इंदौर। देशभर में पहली बार सिंगल गर्ल पैरेंट्स के लिए द्वारा आयोजित किए गए ऑनलाइन प्रतियोगिता व टॉक शो मेरी लाडो में पहुंचे परिवारों नेए बच्चे के रूप में एक मात्र लड़की होने पर ख़ुशी जाहिर कीए साथ ही शो के दौरान एक दूसरे से जुड़ी दिलचस्प बातें भी दर्शकों के बीच रखी। चैनल के फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारित हुए इस कार्यक्रम में इंदौर की शर्मा फैमिली से आर्किटेक्ट के जी शर्मा श्रीमती डॉ. अल्का शर्मा और पुत्री स्मारिका शर्माए देवास के ठाकुर परिवार से कृष्णपाल सिंह ठाकुरए श्रीमती सीमा ठाकुर और पुत्री अंजनी ठाकुर व रायपुर की भट्टाचार्य फैमिली से संदीप भट्टाचार्यए श्रीमती सविता भट्टाचार्य और पुत्री श्रुतिका भट्टाचार्य ने हिस्सा लिया। 

कुल चार राउंड्स में हुई इस प्रतिस्पर्धा के पहले फेज में कॉमन सवाल किए गए। वहीं दूसरा व तीसरा राउंड रैपिड फायर राउंड रहाए जिसमें बच्चों तथा माता.पिता को फटाफट सवालों के जवाब देने थे। आखिरी और चौथे टंग ट्विस्टर राउंड में भी सभी ने जमकर मस्ती की और अंत में शर्मा फैमिली बाजी मारने में कामयाब रही। इस मौके पर चैनल के को.फाउंडर अतुल मलिकराम ने सभी का धन्यवाद देते हुए अन्य पैरेंट्स से भी आगे आने का अनुरोध किया।  

सवाल जवाब के दौरान कृष्णपाल सिंह ठाकुर ने बताया कि यदि वह दूसरे बच्चे का सोचते तो अंजनी को जिस तरह के देखभाल की जरुरत थी वह ना दे पाते। बता दें कि अंजनी एक दिव्यांग बाल गायिका हैं जिन्होंने अपनी खूबसूरत आवाज के दम पर कई राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम किए हैं। वहीँ संदीप भट्टाचार्य ने कहा कि लड़के अक्सर मां बाप से दूर हो जाते हैं लेकिन बेटियां हमेशा रिश्ता जोड़े रखती हैं। उन्होंने कहा कि लडकियां ज्यादा इमोशनल लेकिन लड़कों से अधिक समझदार होती हैं। इसके आलावा शर्मा परिवार ने एक मात्र लड़की के सवाल पर कहा कि आर्थिक स्थिति के कारण हम दूसरा बच्चा नहीं करना चाहते थे और हमारी सोच थी कि एक ही बच्चे के लिए सब कुछ कर सकें भले वह लड़का हो या लड़की।

कार्यक्रम के अंत में अंजनी ठाकुर की मनमोहक आवाज में एक मधुर गाना भी सुनने को मिला। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एकलौती लड़की के पैरेंट्स के लिए सामाजिक रूप से होने वाली चुनौतियों व लड़कियों के जन्म को अभिशाप समझने वाली दूषित मानसिकता के खिलाफ लोगों को जागरूक करना था। गौरतलब है कि चैनल द्वारा ऐसे ही कई अन्य सामाजिक पहलुओं को कवर करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए इनिंग स्टूडेंट्स के लिए करियर खोज और स्टार्टअप आइडियाज के लिए आत्मनिर्भर युवा जैसे वेबिनार शोज आदि शामिल हैं।