भारत की समृद्ध संस्कृति?

लेखिका : रश्मि अग्रवाल

नजीबाबाद, 9837028700

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कोरोना संकट ने पूरे विश्व की जीवनशैली को बदलने पर मज़बूर कर दिया है। देखा जाए तो मृत्यु की कल्पना मात्र, हमें जीवन की गहराईयों में ले जाती है। जैसे- कोरोना महामारी एक तात्कालिक, वास्तविक और विराट त्रासदी, एक महाप्रकोप, जो हमारी दृष्टि के सम्मुख घटित घटना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और विश्व के स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना महामारी शीर्घ समाप्त होने वाली नहीं, भले ही हमने भविष्य में श्रेष्ठ जीवन जीया, बहुत सी उपलब्धियाँ हासिल कीं और इतिहास उनका साक्षी है लेकिन एक कटु सत्य सामने खड़ा है कि कोरोना वायरस के समक्ष हम निरूपाय और हमारा विज्ञान असहाय है। इसलिए हमें प्रकृति पर शासन नहीं, उसके प्रति आत्मपरायण बन, दोहन रोकना होगा क्योंकि भारत पर जब भी संकट के बादल मंडराये तब-तब विश्व को भारत की ज्ञान, परंपरा एवं समृद्ध संस्कृति एवं सभ्यता ने आशा की किरण दिखलाई है।