नवरात्रि पर विशेष:
लेखिका : रश्मि अग्रवाल
नजीबाबाद, 9837028700
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नवरात्रि का आगमन ऋतुओं के साथ होता और इसके साथ ही नवरात्रि का धार्मिकता के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी होता है। नवरात्रि के अन्तर्गत की गयी प्रार्थना जप और ध्यान से मन मस्तिष्क शांत रहते, मन का आत्मा से संपर्क होने पर हमारे अन्तस में सकारात्मक गुणों का संचार होता और आलस्य, अहंकार, जुनून, तड़प और उथल-पुथल पर विराम लग जाता है।
नवरात्रि का पर्व प्रत्येक जीव हेतु कल्याण, शांति और समृद्धि के लिए होता है। वैज्ञानिक दृष्टि से इस समय ऋतु परिवर्तन होने से, शरीर व मन को स्वस्थ रखने हेतु शरीरिक व मानसिक शुद्धि हेतु भी ये त्योहार विशेष मनाया गया है त्योहार कोई भी हो जब तक हम स्वयं में स्वयं को नहीं बदलते या पहचानते, तब तक त्योहार सिर्फ ओढ़ने-बिछाने के लिए ही होते हैं। इसलिए त्योहार का मर्म समझते हुए, उसके वास्तविक संदेश को जानें-समझें एक दूसरे में खुशियाँ बांटते, स्वयं भी ऊर्जा का अनुभव करें। यही पर्व त्योहार का अर्थ होता है।