लता अग्रवाल
http//daylife.page
चित्तौड़गढ़। वर्तमान स्थिति में महात्मा गांधी के विचार सत्य 'अहिंसा व अपरिग्रह की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। कारण समाज व देश में जो अराजकता का माहौल है। हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही है लेकिन सहन शक्ति कम हो रही है। अगर लोग सच बोलने का साहस करे व सत्य का प्रयास अपनी जीवन शैली में अपनाये तो हिंसा व भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हितकारी कदम हो सकता है। कोरोना के चलते अगर हम अनावश्यक वस्तुओं व राशन सामग्री का परीग्रह न करे तो सबको सहजता से उपलब्ध हो सकता है। मेरा मानना है यह सोच आज के दिन महात्मा गाँधी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।