जिला बाल अधिकार फोरम, ग्वालियर ( चाइल्ड राईट्स आब्जवेटरी) की एक बैठक : बच्चे हमारे देश की अत्यंत महत्वपूर्ण संपत्ति है। उनके अधिकार, देखभाल और सुरक्षा की पेशकश करना अभी भी एक सपना है।
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ग्वालियर। बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिये प्रतिबद्व जिला बाल अधिकार फोरम,ग्वालियर (चाइल्ड राईट्स आब्जवेटरी), गाोपाल किरन समाजसेवी संस्था की एक बैठक आंगनबाडी, मेवाती मोहल्ला,ग्वालियर में आशा बहरानी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक का संचालन संयोजक जिला बाल अधिकार फोरम,ग्वालियर एवं गोपाल किरन समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे,द्वारा की आयोजित की गईं । बैठक का आरंभ सर्वप्रथम उपस्थित सहभागीयों के परिचय से हुआ। तत्पश्चात पिछली बैठकों की समीक्षा की गई।
श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, ने अपनी बात रखते हुये कहा कि बच्चे हमारे देश की अत्यंत महत्वपूर्ण संपत्ति है। उनके अधिकार,देखभाल और सुरक्षा की पेशकश करना अभी भी एक सपना है। शहरी क्षेत्रों में सडक के बच्चों की वृद्धि एक संभावित खतरा है। 1992 में बाल अधिकार पर राष्ट्र सम्मेलन और अधिनियमित किशोर न्याय बच्चों की देखभाल ओर संरक्षण, भारत सरकार ने बच्चों की समस्या का संज्ञान लिया और उनके कल्याण के कार्यक्रम की योजना तेयार की है। किशोर न्याय अधिनियम 2015 (जेजे अधिनियम) की धारा 27 (1) के अनुसार राज्य सरकार द्वारा हर जिले के लिये, शक्तियों के प्रयोग ओर निर्वहन के लिये बाल कलयाण समितियों का गइन किया जाना हैं। जेजे एक्ट 2015 के तहत देखााल और सुरक्षा के लिये बच्चों के संबध में ऐसी समितियों को कर्तव्य सौंपे गये । समितियों की संरचना में एक अध्यक्ष होगा और चार अन्य सदस्य होगें क्योंकि राज्य सरकार नियुक्ति के लिये उपयुक्त समझ सकती हैं, जिनमें से कम से कम एक महिला होगी और दूसरी बच्चों से संबंधित मामलों की विशेषज्ञ होगी। एनसीपीसीआर रचना और कार्य, आरटीई अधिनियम के तहत एनसीपीआर की शक्तिया, आरटीई अधिनियम की मुख्य विशेषतायें, आदि पर अपने विचार रखे।
जहाॅआरा ने गर्भवती माताओं में एनीमिया एवं बच्चों को पोषण आहार गुणवतापूर्णन मिलने जो कि खाने योग्य नहीं होता, जिसको कि जानवरों को खिलाते हैं आ उसको भी देते है। कैलिशियम की गोली, आयरन गोली का अभाव रहता हैं के बारे में जानकारी रखीं ओर अपनी चिंता व्यक्त की कि कोराना के चलते बच्चों की पढाई बुरी तरह प्रभाावित हुई है। रूबी शुक्ला, ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को आशा द्वारा हास्पीटल ले जाने पर उनको प्रवेश नहीं दिया जाता का जिक्र किया । वहीं डा.पुरूषोतम अर्गल ने चाइल्ड राईट्स आब्जवेटरी चाइल्ड राईट्स आब्जवेटरी द्वारा चलाये जा रहे अभियान की जानकारी रखी । रेखा ने बच्चों एवं महिलाओं के अधिकार के हनन के मुद्वो से मुद्वे से विभागीय अधिकारीयों को अवगत कराये जाने का विचार रखे।
बच्चों व महिलाओं से संबंधित अधिनियम के प्रावधानों के प्रचार प्रसार में सहयोग करने के साथ ही निगरानी में सहयोग करें तो परिणाम आयेंगें। देवेन्द्र सिंह कुशवाह ने अभियान के बारे में अवगत कराते हुये बच्चों व महिलाओं के अधिकार हनन होने पर आवश्यक पैरवी व वैधानिक कार्यवाही करने के प्रयास अभियान की ओर से करने पर जोर दिया साथ ही शासकीय योजनाओं के प्रचार प्रसार व उनके प्रभावी क्रियान्यन हेतु सामुदायिक निगरानी को मजबूत बनाने के प्रयास किये जाये। सोशल मीडिया पर गतिविधियों के माध्यम से सक्रिय रहने पर जोर दिया गयां। बच्चों से चचा्र कर वेकल्पिक अध्यापन की व्यवस्था करना क्योकि बच्चों को पढाई समझ में नहीं आती । आॅनलाईन पढाई के लिये बडी संख्या में बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। घन्टों तक आनलाईन क्लासेज में पढने से आँखों में दर्द होता है। पढाई में परेशानी आती है। बच्चों के मानसिक स्वास्थय को लेकर आ रही समस्याओं के निराकरण के लिये तत्काल काउंसलिंग की व्यवस्था करने की मांग की है। साथ ही कुपोषण, शिशु मृत्यु दर,बाल मृत्यु दर और मात्य मृत्यु की चुनौतियो से निपटने के लिये ठोस कदम उठाने की मांग की है।
बाल अपराधों पर नियंत्रण, बाल मजदूरी और बाल विवाह पर रोक लगाने का भी प्रस्ताव किया गया है। कोरोना काल में टीकाकरण कार्यक्रम और मध्याह्न भोजन कार्यक्रम पिछड़ गया है जिसके कारण छोटे बच्चों से लेकर स्कूल जाने वाले बच्चे प्रभावित हुए हैं। भविष्य में इन कार्यक्रमों को प्रभावशाली ढंग से संचालित किया जाये। अपेक्षा की है कि वे बच्चों से संबंधित मुद्दों को अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल कर और बाद में इनके क्रियान्वयन पर जोर दें। नवम्बर में 2020 में म.प्र. में हो रहे उपचुनावों के लिये जारी होने वाले संकल्प में बच्चों के पढाई, स्वास्थय और सुरक्षा को शामिल करने का आग्रह किया हैं और उम्मीदवारों से संकल्प कराने के लिये वचनबद्वता लेने की बात रखी जिसको स्वीकार किया गया। आदि मुद्दों पर व्यापक चर्चा की गईं । आज की बैठक में प्रमुख लोग उपस्थिति रहे जिन्हाने अपनी बात रखते हुये सक्रिय भागीदारी की जिसमें कि रूबी शुक्ला,आमीन खान (एडवोकेट, म.प्र. उच्च न्यायालय,ग्वालियर), जहाॅंआरा मीनाफ खान,देवेन्द्र सिंह कुशवाह, श्रीप्रकाश सिंह निमराजे,अध्यक्ष,गोपाल किरन समाजसेवी संस्था, आशाबहरानी, डा.पुरूषोतम अर्गल, रेखा रजक आदि उपस्थित थी। आभार प्रदर्शन सपना ,द्वारा किया गया ।