ताज हमले की सच्ची कहानी जब आतंक के आगे ढाल बने आम हिन्दुस्तानी


ज़ी सिनेमा पर होटल मुंबई के प्रीमियर में देखिए जनता की बहादुरी जिसमें उन्होंने निडर होकर मशहूर ताज होटल में हुए आतंकी हमलों का किया था सामना


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मुम्बई। 26 नवंबर 2008 को भारत के सीने पर हुआ आतंकी हमला चाहे वो ताज होटल पर हुए बम धमाके हों गोलियां चलने की आवाज हो या फिर सीएसटी स्टेशन पर कसाब की वो एक तस्वीर हो उस दिन का हर एक पल सारे देश के जहन में गहरे तक उतरा हुआ है। जहां ताज होटल के जलने के दृश्य अब भी हमारे रोंगटे खड़े कर देते हैं। वहीं जरा सोचिए कि उस समय होटल के अंदर क्या स्थिति रही होगी। 27 सितंबर को होटल मुंबई के प्रीमियर के साथ आप भी बनिए उस पल के गवाह जिसने हमारी जिंदगी बदल दी और जब ज़ी सिनेमा वो अनकही कहानी सुनाएगा कि उस समय ताज होटल के अंदर क्या हुआ था और लोगों ने किस तरह गोलीबारी का सामना किया था।


सच्ची घटनाओं पर आधारित यह हैरत अंगेज फिल्म 2008 में मुंबई के ताज होटल पर हुई घेराबंदी की कहानी है। जिसमें होटल के निडर स्टाफ ने अपने मेहमानों की सुरक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी थी। जिन्हें वो भगवान की तरह मानते थे। इस मास्टरपीस को जीवंत बनाया है डायरेक्टर एंथोनी मारस ने। फिल्म के कलाकारों में मशहूर एक्टर अनुपम खेर ने प्रसिद्ध शेफ हेमंत ओबेरॉय की भूमिका निभाई है और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एक्टर देव पटेल अर्जुन के रोल में हैं। उनके साथ इस फिल्म में सुहैल नैयरए आर्मी हैमरए नाज़नीन बुनियादी और जैसन इसाक्स भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। तो इस रविवार दोपहर 3 बजे होटल मुंबई के प्रीमियर के साथ प्रतिष्ठित ताज होटल पर हुए हमले के शिकार लोगों के अदम्य साहस की दिल दहलाने वाली कहानी देखने के लिए तैयार हो जाइए।


इस फिल्म के बारे में बताते हुए सुहैल नैयर ने कहा यह मेरे द्वारा निभाए गए अब तक के सबसे मुश्किल किरदारों में से एक था। अब्दुल्लाह का किरदार तैयार करने के लिए हमने जितनी मेहनत की और पसीना बहायाए उसका कोई हिसाब नहीं है। मुझे एक ऐसा किरदार निभाना थाए जो नैतिकता की वो सारी सीमाएं लांघ देता है जिसके लिए मैं खड़ा रहता हूं या जिसका अंदाजा एक आम आदमी लगा सकता है। यह एक ऐसा रोल है जो हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगाए क्योंकि मैंने इसमें बेहतरीन लोगों के साथ काम किया और इस फिल्म की भी बहुत अहमियत है। मैं इस तरह की फिल्म का हिस्सा बनकर बेहद गर्व महसूस करता हूं। यह ऐसी कहानी है जिसे कहने की जरूरत है। ज़ी सिनेमा पर इस फिल्म के प्रीमियर के साथ मुझे हम सभी के अंदर मौजूद हीरोज़ को सेलिब्रेट करने का इंतजार है।


इस फिल्म के बारे में बताते हुए अनुपम खेर ने कहा 26 11 की घटनाओं ने ऐसे जख्म दिए हैं जो अब तक नहीं भरे हैं। होटल मुंबई ने मुझे जीवन भर का अनुभव दिया है! इस फिल्म की शूटिंग करते हुए मैंने भावनाओं का उतार.चढ़ाव महसूस किया और अंत में इस पूरे अनुभव ने मुझे भावनात्मक सहनशीलता के साथ.साथ हर हाल में मानवता का सम्मान करना सिखाया है। हम में से बहुत से लोग केवल सतही तौर पर इस हमले के बारे में जानते हैं लेकिन इस फिल्म में हमने एक नए नजरिए से उस भयावह घटना की सच्चाई बताने का प्रयास किया है। मैं हमारे बहादुर हीरोज़ को सलाम करता हूं जो दोबारा सोचे बिना लड़ते रहे। तो आप भी ज़ी सिनेमा पर रविवार 27 सितंबर को दोपहर 3 बजे होटल मुंबई के प्रीमियर में रोंगटे खड़े कर देने वाली वो घटना देखने के लिए तैयार हो जाइए जिसने ताज होटल को हिलाकर रख दिया था लेकिन साथ ही सभी को एकजुट कर दिया थाए जिन्होंने निडर होकर इस आतंकी हमले का सामना किया था!