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जयपुर। तकनीकी, संस्कृत शिक्षा स्वतंत्र प्रभार एवं चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि भरतपुर जिले से अवैध खनन की रोकथाम के लिये सम्बन्धित विभाग मिलकर संमन्वित प्रयास कर भरतपुर जिले को अवैध खनन मुक्त जिला बनायें। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. गर्ग भरतपुर के राजकीय मेडिकल चिकित्सालय परिसर स्थित सभागार में जिला प्रशासन, पुलिस एवं चिकित्सा अधिकारियों की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिये कि बंध बारैठा अभ्यारण्य की 20 वर्ग किलोमीटर बंजर भूमि को डिनोटिफिकेशन कराने के प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाये साथ ही इस एवज में अन्य शिवाय चक भूमि को अभ्यारण्य क्षेत्र में शामिल करने के प्रस्ताव भी भिजवायें जिससे अवैध खनन को रोकने के लिए खनन पट्टे जारी कर राज्य सरकार की आय में बढ़ोतरी की जा सके।
उन्होंने कहा कि अवैध खनन सहित अन्य असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए जिले के मुख्य प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी रखी जाये। उन्होंने कहा कि भरतपुर शहर एवं बाहरी कॉलोनियों सहित अन्य प्रमुख सड़क मागोर्ं पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर अभय कमाण्ड की सर्विलेंस टीम द्वारा सतत निगरानी रखें जिससे बढ़ते अपराधों पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देेश दिये कि वे आरबीएम एवं जनाना चिकित्सालय में हैल्पडेस्क स्थापित कर 24 घंटे नियमित सेवाएं बनाये रखें। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि वे समस्त थानाधिकारियों को निर्देशित करें कि वे समस्त परिवादियों की सुनवाई करें तथा आमजन से संवाद बनाये रखें। जिससे समाज में पुलिस प्रशासन के प्रति अच्छा संदेश जाये तथा आमजन में पुलिस की स्वच्छ छवि बनी रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस सकारात्मक सोच के साथ क्षेत्र के भ्रमण को प्राथमिकता दें जिससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास व अपराधियों में भय पैदा हो सके।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि विधानसभा क्षेत्र भरतपुर में चिकसाना सीएचसी को आदर्श सीएचसी एवं शहर में 10 जनता क्लिनिकों के लिए स्थान चिन्हित करें। उन्होंने नगर सुधार न्यास के सचिव को निर्देश दिये कि वे सेवर क्षेत्र की विद्युत व्यवस्थाओं में गुणवत्ता लाने के लिए मेडिकल कॉलेज के पास 132 केवीजीएसएस निर्माण के लिए भूमि आवंटन के प्रस्ताव यूडीएच को भिजवावे तथा भरतपुर मेडिकल कॉलेज के द्वितीय चरण के निर्माण कार्यों के लिए आवश्यक भूमि के प्रस्ताव तैयार कर चिकित्सा शिक्षा विभाग के माध्यम से यूडीएच को प्रस्ताव भिजवायें।