कोरोना के दौरान चुनाव कराने के मुद्दे, चुनौतियों और प्रोटोकॉल विषय पर अंतरराष्ट्रीय वेबीनार


विश्व व्यापी कोरोना वायरस की त्रासदी को देखते हुए चुनाव कराने के कई मुद्दे एवं चुनौतियां हैं, जिनके लिए प्रोटोकॉल निर्धारित करते हुए चुनाव सम्पन्न कराना एक बहुत बड़ी चुनौती है


करीब 45 देशों के चुनाव अधिकारियों और देश के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ ‘कोरोना के दौरान चुनाव कराने के मुद्दे, चुनौतियों और प्रोटोकॉल‘ विषय पर चर्चा की और गहन मंथन किया।


80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक जन, विशेष योग्यजन एवं अति विशिष्ट सेवाओं से जुड़े मतदाताओं को पोस्टल बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान की सुविधा प्रदान की है। इस प्रकार की सुविधा कोविड पॉजिटिव मतदाता एवं क्वारेन्टाइन या अस्पताल में भर्ती मतदाताओं को भी प्रदान की गई है


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जयपुर। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त और विश्व चुनाव संस्थान (एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज) के अध्यक्ष सुनील अरोड़ा ने अंतराराष्ट्रीय स्तर पर वेबीनार का आयोजन कर करीब 45 देशों के चुनाव अधिकारियों और देश के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ ‘कोरोना के दौरान चुनाव कराने के मुद्दे, चुनौतियों और प्रोटोकॉल‘ विषय पर चर्चा की और गहन मंथन किया।


मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि एसोसिएशन का गठन इसी वर्ष 2-4 सितम्बर, 2019 को बेंगलूरू में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में हुआ और भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को इस संस्था की अध्यक्षता सौंपी। यह संस्था द्वारा की गई पहली वर्चुअल बैठक थी। उन्होंने बताया कि वेबीनार में 45 देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। इन देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, भूटान, बांग्लादेश, बोत्सवाना, ब्राजील, कम्बोडिया आदि शामिल हैं।


भारत निर्वाचन आयोग के तत्वाधान में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय वेबीनार में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि विश्व व्यापी कोरोना वायरस की त्रासदी को देखते हुए चुनाव कराने के कई मुद्दे एवं चुनौतियां हैं, जिनके लिए प्रोटोकॉल निर्धारित करते हुए चुनाव सम्पन्न कराना एक बहुत बड़ी चुनौती है। उन्होंने बताया कि फिजी, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मलावयी, ताईवान, मंगोलिया, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका एवं कई अन्य राष्ट्रों ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नवाचारों के साथ चुनाव सम्पन्न कराए गए हैं, जिनके लिए व्यापक व्यवस्था की गई हैं ताकि आम नागरिकों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए चुनाव सम्पन्न कराया जा सके।


मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि भारत जैसे विशाल, बहुभाषी एवं विभिन्नता लिए हुए लोकतान्त्रिक देश में चुनाव कराना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि देश के बिहार राज्य जिसमें कि 72.9 मिलियन मतदाता हैं। इस राज्य में होने वाले चुनावों के लिये कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए मतदान केन्द्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1500 के स्थान पर 1000 रखी गई है जिसके फलस्वरूप मतदान केन्द्रों की संख्या में 40 प्रतिशत वृद्धि हुई है।


मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी बताया कि नवम्बर दिसम्बर, वर्ष 2019 में झारखंड में एवं फरवरी, 2020 में दिल्ली राज्य में सम्पन्न विधानसभा आम चुनावों के दौरान 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक जन, विशेष योग्यजन एवं अति विशिष्ट सेवाओं से जुड़े मतदाताओं को पोस्टल बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान की सुविधा प्रदान की है। इस प्रकार की सुविधा कोविड पॉजिटिव मतदाता एवं क्वारेन्टाइन या अस्पताल में भर्ती मतदाताओं को भी प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि माह जून, 2020 में राज्य सभा की 18 सीटों के चुनाव भी कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए तथा तदनुसार सभी सुविधायें उपलब्ध करवाते हुए सफलता पूर्वक सम्पन्न करवाये गये हैं।