लिवर की बीमारी से बचे

शख्सियत 



डॉ. रिजवान अहमद


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मनोहरपुर (जयपुर) राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताला के डॉक्टर रिजवान अहमद ने कहा कि देश में तेजी से लिवर से जुड़ी गंभीर समस्याएं बढ़ रही है। लीवर से संबंधित बीमारियों के मामले बढ़ने के साथ ही इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। आंकड़ों के अनुसार भारत में सालाना 1लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हेपेटाइटिस बी और सी के कारण वायरस की बीमारियों से हो जाती है। एक लाख लोग लिवर सिरोसिस ऑफ लिवर कैंसर से मरते हैं जो मुख्य हेपेटाइटिस बी वायरस से होता है यह शब्द अहमद ने वर्ल्ड हेपिटाइटिस डे के अवसर पर उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए हैं।



अहमद ने बताया है हेपेटाइटिस एक ऐसा संक्रमण हैं। जिससे लीवर में सूजन आ जाती है। यह मुख्य रूप से चार वायरस (ए, बी,सी,एंव ई) के कारण होता है जिसमें सबसे ज्यादा खतरनाक बी व सी होते हैं। हेपेटाइटिस  बी या सी वायरस के संक्रमण में लिवर की गम्भीर क्षति हो सकती हैं जो लीवर सिरोसिस (पूर्ण स्कारिंग) से लीवर फेलियर और यहां तक कुछ मामले लिवर केंसर तक का रूप ले सकते हैं अत्यधिक जटिल स्तिथि में लिवर ट्रांसप्लेट ही अंतिम विकल्प बचता हैं!



कारण


यह रोग दूषित सिरिंज निडिल्स इंजेक्शन अथवा टूथब्रश नेल कटर और रेजर के एक दूसरे से शेयर करने से भी फैलता सकता है कई बार यह रोग असुरक्षित यौन संबंधों से और संक्रमित मार्च से गर्भस्थ शिशु को भी हो सकता है इसका टीकाकरण से बचाव हो सकता है!