ईद उल फितर की नमाज़ घरों में ही पढ़ी गई 


मुल्क में अमन चैन और देश के लिए कोरोना मुक्त हो दुआएं की गई 


(डे लाइफ डेस्क)


मनोहरपुर (जयपुर)। मनोहरपुर एवं आस पास के समूचे क्षेत्र में ईद उल फितर का पर्व विधिवत रस्म ओ रिवाज व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जामा मस्ज़िद के सदर हाजी सरदार खान चौहान ने बताया कि ईदगाह मस्ज़िद व जामा मस्ज़िद में इस बार सामूहिक ईद उल फितर की नमाज अदा नहीं  की गई। कस्बे की सभी 9 मस्जिदों में ईद की नमाज हुई। जिसमें हर एक मस्ज़िद में सिर्फ 3 जने ही नमाज अदा कर पाए बाकी लोगो ने अपने अपने घरों पर ही नमाज अदा की इस दौरान लॉक डाउन व सोशल डिस्टेन्स का पूरा ध्यान रखा गया। 


रोजेदारों ने की घर-घर दुआएं  : रमजान उल मुबारक पवित्र माह के पूरे 30 रोजे रखकर अपने सब्र का इम्तिहान देने वाले रोजेदार ईदगाह में जाकर ईद उल फितर की नमाज़ अदा करके रब का शुक्रिया अदा करते हैं। लेकिन लॉक डाउन व सोशल डिस्टेन्स के चलते हुए ईदगाह में नमाज़ अदा नहीं होने का मलाल रह जाने से रोज़ेदार मायूस दिखाई दिए। लेकिन देश और दुनिया में फैली महामारी के मद्देनज़र उनकी नाराजगी किसी से नहीं बल्कि हालात को जल्द से जल्द खुदा वापस वैसा ही बना दे जैसी उसकी कायनात पहले से है।  रोजदारों, नमाजियों और अवाम ने ईद के अवसर पर मुल्क में महामारी का जल्द खात्मा और महामारी में लगे योद्धाओं की हिफाजत और सलामती के लिए भी घर-घर दुआए की गई। घर-घर सोशल डिस्टेन्स का पूरा ध्यान रखा गया और देश जल्द ही कोरोना मुक्त हो इसके लिए दुआएं की गई। 



शाही सवारी भी कोरोना की भेंट चढ़ी : उल्लेखनीय हैं कि मोहल्ला सारवान से मोहल्ला खाकीशाह में स्थित ईदगाह तक जामा मस्ज़िद के पेश इमाम को घोड़े पर बैठाकर बैंड बाजे के साथ बड़े ही लवाजमे के साथ शाही सवारी राजा महाराजाओं के समय से निकाली जाती रही हैं लेकिन इस बार शाही सवारी भी कोरोना की भेंट चढ़ गई हैं। 


भाईचारा प्रगाढ़ : मनोहरपुर कस्बे में शुरू से ही हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा को प्रगाढ़ करने की रस्म चली आ रही है।  दीपावली पर मुस्लिम भाई हिन्दू भाईयों को दीपावली की मुबारकबाद देते हैं। वैसे ही ईद पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हिन्दू भाईयों ने मुस्लिम भाईयों  को ईद की मुबारकबाद दी हैं!