जय हिंद है! जय हिंद था! जय हिंद रहेगा!
हम रहे या न रहे मेरा हिन्द रहेगा...
धरती पे भारत भूमि का सिरमौर रहेगा
झंझावतों के बीच मे निर्भीख रहेगा...
धरती पे मेरा भारत महान रहेगा
धैर्य की धरा पे सदा शौर्य रहेगा...
सारी धरा पर यह केंद्र बिंदु रहेगा
सभ्यता, संस्क्रति, हमारा धर्म रहेगा...
जय हिंद है! जय हिंद! जय हिंद रहेगा!
लेखक : ममता सिंह राठौर
(गाज़ियाबाद)