आज तोताराम ने आते ही पूछा. मास्टरए अपना मोती किस नस्ल का कुत्ता है हमें हँसी आ गईए कहा. अरेए कुत्ते की भी कोई नस्ल होती है क्या कुत्ता माने कुत्ता। सभी कुत्ते पूँछ हिलाते हैं सभी कुत्ते तलवे चाटते हैं सभी चोरों को देख कर चुपचाप पड़े रहते हैं और सज्जनों को भोंकते हैं। कुत्ते की अपनी कोई जाति धर्म नस्ल भाषा प्रांतीयता राष्ट्रीयता नहीं होती। जैसा मालिक वैसा कुत्ता। नवाब का कुत्ता पूजनीय तो गरीब के कुत्ते को कोई भी पत्थर मार सकता है। बॉस का कुत्ता मुतिया नहीं मोतीजी होता है। गरीब हीरा भी पहन ले तो काँच और अम्बानी काँच भी पहनले तो कोहिनूर। कुत्ते की नस्ल नहीं उसके मालिक का नाम पूछा जाता है। अपने देश में चुनाव में टिकट देते समयए स्कूल में प्रवेश नौकरी में आरक्षण सस्ता अनाज मुफ्त बिजली देते समय भले ही जातिए धर्म पूछे जाते हों पर वैसे जाति धर्म की बात करना असंवैधानिक है। और अब जब ओबामा अमरीका के राष्ट्रपति बन गए तो समझले सारी दुनिया में नस्ल का प्रश्न बेमानी हो गया है। फिर भी आज तू कुत्तों की नस्ल के बारे में क्यों पूछ रहा है
तोताराम बोला- भले ही ओबामा ने परिवर्तन के नाम पर जीत हासिल की हो पर व्हाइट हॉउस की परम्परा में परिवर्तन नहीं कर सकेंगे। उन्हें भी क्लिंटन और बुश की तरह कुत्ता पालना ही पड़ेगा। वैसे अभी बुश ने सलाह दी है कि कुत्ते की नस्ल जैसे महत्वपूर्ण मामले को अभी सार्वजनिक नहीं किया जाए। बुश ने अपनी बिल्ली का नाम श्इंडियाश् रखा था मैं सोचता हूँ कि ओबामा को एक भारतीय नस्ल का कुत्ते भेंट करूँ और प्रार्थना करूँ कि वे उसका नाम भारत रखें। इससे श्इंडिया की जगह भारत की स्थापना की कामना कराने वालों की भी आत्मा शांत हो जायेगी। बुश के जाते.जाते श्इंडियाश् को परमाणु समझौता मिला तो ओबामा के जाते.जाते भी भारत को भी कुछ न कुछ जरूर मिलेगा।
हमने कहा- फालतू की बातें मत सोच। कुत्ता कुत्ता ही होता है। हर कुत्ता टाँग उठाकर पेशाब करता है। कोई कुत्ता दूध नहीं देता। वे जाने उनके कुत्ते जाने। वैसे जहाँ तक इतिहास की बात है तो पिछले पचास साल में तो अमरीका ने पाकिस्तानी कुत्ते ही पसंद किए हैं। तोताराम बोला. पर यह भी तो सिद्ध हो चुका है कि पाकिस्तानी कुत्तों ने बिस्कुट तो अमरीका के खाए पर दुम हिलायी आतंकवादियों के आगे। ऐसे कुत्ते मौका लगने पर मालिक को भी काट सकते हैं। भारतीय नस्ल का कुत्ता भले ही पड़ोसी की मुर्गी चुरा कर न लाये पर मालिक को कटेगा तो नहीं। भारतीय कुत्ता अपना धर्म समझता है। खैरए ओबामा किसी भी नस्ल का कुत्ता पालें कुत्ता पालें या गाय यह उनका आतंरिक मामला है। हमें तो इसी बात से खुश है कि तोताराम को भारतीय नस्ल के कुत्तों पर गर्व तो है। (लेखक के अपने विचार हैं)
रमेश जोशी
(वरिष्ठ व्यंग्यकार, संपादक 'विश्वा' अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति, अमरीका)
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